आईआईटी रुड़की ने दो दिवसीय उद्योग-अकादमिक मीट-इनसाइट ऑन इनोवेशन सक्सेस स्टोरीज का आयोजन किया
रुड़की। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रुड़की (आईआईटी रुड़की) डिजाइन विभाग ने 22 और 23 अप्रैल को दो दिवसीय उद्योग अकादमिक बैठक का आयोजन किया। अकादमिक बैठक-नवाचार पर अंतर्दृष्टि सफलता की कहानियां-का उद्देश्य कॉर्पोरेट्स और विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों को जोड़ने और नवाचार के क्षेत्र में उनके अनुभवों को साझा करने हेतु एक मंच प्रदान करना था। आगंतुकों को परिसर में विभिन्न उत्कृष्टता केंद्रों में चल रही सीमांत अनुसंधान गतिविधियों की एक झलक भी दी गई। कार्यशाला में शिक्षा और उद्योग के बीच के अंतर को कम करने और कैसे छात्र उद्योग में नवाचार को समाविष्ट करके सबसे अनुकूलित तरीके से उत्पाद बनाने में मदद कर सकते हैं, इस बात पर विचार-विमर्श किया गया।
उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि अकादमिक मामलों के डीन, प्रोफेसर अपूर्वा कुमार शर्मा और सम्मानित अतिथि रजत भालोटिया (वंडर प्रोडक्ट्स के प्रबंध निदेशक) ने छात्रों के साथ अपनी प्रेरक उद्यमशीलता यात्रा साझा की। अन्य गणमान्य व्यक्तियों में डिजाइन विभाग के प्रमुख प्रो. इंद्रदीप सिंह थे। इसके अलावा, प्रो. रजत अग्रवाल, एसोसिएट डीन, इनोवेशन एंड इन्क्यूबेशन ने दर्शकों को इनोवेशन मैनेजमेंट के महत्व और कैसे आईएसओ 56000 की शुरूआत से इनोवेशन मैनेजमेंट की एक प्रणाली तैयार होगी, के बारे में बताया।
छात्रों ने सम्मानित वक्ताओं से मार्गदर्शन प्राप्त किया जो अपने संबंधित क्षेत्रों में अग्रणी थेय उन्होंने नवाचार की अपनी सफलता की कहानियों को साझा किया। वक्ताओं में सुनील रंगनाथन थे, जो ट्रेडेंस के एक अनुभवी एआईध्एमएल प्रोडक्ट लीडर हैं, उन्होंने साझा किया कि कैसे आइडिया और इनोवेशन के माध्यम से डिजाइन उत्कृष्टता पर ध्यान केंद्रित करते हुए नियमित व्यावसायिक गतिविधियों में एआई एमएल का उपयोग किया जा रहा है। हर्षित सिन्हा, वरिष्ठ उत्पादन प्रबंधक, और बबलू डे, आईटीसी के लीड टेक्नोलॉजिस्ट ने साझा किया कि कैसे आईटीसी उत्पाद और प्रक्रिया नवाचार में एक अभिनव पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण और विकास कर रहा है। निखिल माहेश्वरी, उपाध्यक्ष, आरएंडडी डिवीजन, हिंदवेयर होम इनोवेशन लिमिटेड ने प्रक्रिया नवाचार के महत्व और स्मार्ट और व्यावसायिक रूप से व्यवहार्य नवाचार के निर्माण में महत्वपूर्ण अंतर्दृष्टि प्रदान की।
डॉ. शशिकांत ने इनोवेशन के संबंध में फ्लिपकार्ट और मारुति उद्योग के साथ अपने अनुभव साझा किए। गोदरेज की दर्शन गांधी ने गोदरेज में किए गए नवाचारों को साझा किया और बताया कि किस प्रकार नवाचारों ने अंतर्राष्ट्रीय बाजारों पर कब्जा करने में मदद की। आईआईटी रुड़की के प्रोफेसर विनय शर्मा, प्रोफेसर गौरव रहेजा ने भी छात्रों के साथ अपने अनुभव साझा किए। डिजाइन विभाग के संयुक्त संकाय प्रोफेसर मनीष कुमार अस्थाना द्वारा आयोजित पैनल डिस्कशन के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ, जहां छात्रों को वक्ताओं के साथ बातचीत करने का अवसर मिला और उन्हें नवाचार में नैतिकता के महत्व से अवगत कराया गया और उद्योग के मानदंडों और नीतियों को लेकर उनका मार्गदर्शन किया गया।