आईआईटी रूड़की ने डिस्टिंग्विश्ड एलमनस अवॉर्ड्स और आउटस्टैण्डिंग सर्विस अवॉर्ड्स की घोषणा की
रूड़की। इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी रूड़की (आईआईटी रूड़की) ने विभिन्न श्रेणियों में डिस्टिंग्वश्डि एलमनस अवॉर्ड्स 2022 की घोषणा की और पुरस्कार विजेताओं को उनकी उपलब्धियों के लिए सम्मानित किया। डिस्टिंग्विश्ड एलमनस अवॉर्ड्स युनिवर्सिटी ऑफ रूड़की या आईआईटी रूड़की के उनके उन पूर्व क्षेत्रों को दिए जाते हैं, जिन्होंने नीचे दी गई छह में से किसी भी श्रेणी में उल्लेखनीय योगदान दिया हो। यह श्रेणियां हैं- अकादमिक या रीसर्च एक्सीलेन्स, एक्सीलेन्स इन इंजीनियरिंग या टेक्नोलॉजी इनोवेशन, एक्सीलेन्स इन लीडरशिप इन गवर्नमेन्ट या पब्लिक सेक्टर, एक्सीलेन्स इन लीडरशिप इन प्राइवेट सेक्टर, एंटरेप्रेन्युरियन एक्सीलेन्स, एक्सीलेन्स इन सर्विस टू द सोसाइटी। डिस्टिंग्विश्ड एलमनस अवॉर्ड्स 40 साल से कम उम्र के आईआईटी रूड़की एल्युमनाई को दिए जाते हैं।
आउटस्टैण्डिंग सर्विस अवॉर्ड्स अकादमिक एवं रीसर्च के क्षेत्र में उत्कृष्टता के लिए उन्हें दिए जाते हैं, जिन्होंने आईआईटी रूड़की कम्युनिटी के अकादमिक, रीसर्च एवं विकास के प्रयासों को सशक्त बनाने में योगदान दिया हो और फैकल्टी एवं छात्रों को अपने काम को देश-विदेश में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने में सक्षम बनाया हो। साथ ही राज्य या केन्द्र सरकार या निजी उद्योग से स्पॉन्सर्ड रीसर्च एवं ओद्यौगिक कन्सलटेन्सी को स्पॉन्सर करने को बढ़ावा दिया हो। इस अवसर पर प्रोफेसर के.के. पंत ने कहा, ‘‘हम हर साल नए उम्मीदवारों को डिस्टिंग्वश्डि एलमनस अवॉर्ड्स देते हैं। हमें गर्व है कि इन पूर्वछात्रों ने विज्ञान, इंजीनियरिंग एवं समाज के विकास में उल्लेखनीय योगदान दिया है। हमें उम्मीद है कि उनकी उपलब्धियां युवा अनुसंधानकर्ताओं को अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए प्रोत्साहित करेंगी।
प्रोफेसर अम्बरीश चन्द्रा इकोले डे टेकनोलॉजी सुपीरियर्स, मोंटेरेल, क्यूसी, कनाडा में 1999 से प्रोफेसर ऑफ इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग रहे हैं। प्रोफेसर चन्द्रा ने दो क्षेत्रों में पावर इलेक्ट्रोनिक्स कन्सलर्टर्स के लिए नई थ्योरी और कंट्रोल एल्गोरिम में उल्लेखनीय कार्य किया है। ये दो क्षेत्र हैं- वितरण प्रणाली में पावर की गुणवत्ता में सुधार और पावर की गुणवत्ता के सुधार के लिए वितरण प्रणाली में नवीकरणीय उर्जा स्रोतों का एकीकरण।
डॉ अमित के गुप्ता रोल्स-रॉयस सिंगापुर प्रा. लिमिटेड में रोल्स-रॉयस के हैड हैं। डॉ गुप्ता ने पिछले दो दशकों में इलेक्ट्रिकरण और तकनीकी क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दिया है। उन्होंने अपने ओद्यौगिक, अनुसंधान एवं अकादमिक कार्य के माध्यम से आधुनिक तकनीकों एवं इनोवेशन्स को बढ़ावा दिया है। प्रोफेसर भारत भास्कर वर्तमान में आईआईएम अहमदाबाद के डायरेक्टर हैं। उन्होंने वर्जिनिया पॉलिटेक्निक इन्सटीट्यूट और स्टेट युनिवर्सिटी, युएसए में कम्प्यूटर साइंस में पीएचडी और मास्टर्स किया। प्रोफेसर भास्कर के नाम कई विजिंटिंग एकेडमिक पॉजिशन्स हैं जैसे युनिवर्सिटी ऑफ टेनागा नेसियोनल, मलेशिया में इंटरनेशनल एक्सपर्ट अडजाइजरय नैचुरल साइन्सेज एण्ड इंजीनियरिंग रीसर्च काउन्सिल ऑफ कनाडा में इंटरनेशनल एक्सपर्ट और ईएसएसईसी बिजनेस स्कूल, पेरिस, फ्रांस में विजिंटिंग प्रोफेसर।