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घर के अंदर कैसे करें कोरोना से बचाव
देहरादून। दुनियाभर में कोरोना बहुत तेजी से फैल रहा है। अब कोरोना वायरस सिर्फ इंसानों से ही नहीं बल्कि बाहर से आने वाले सामान से भी घर के अंदर पहुंच सकता है। आज वेलमेड हॉस्पिटल में वेलमेड हेल्थ केयर सोसाइटी के सदस्यों के साथ बैठक की गई। जिसमे वेलमेड़ हॉस्पिटल के चैयरमैन व वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर चेतन शर्मा का कहना है कि अब कोरोना से जीतने के लिए सिर्फ हाथ धोना और मास्क लगाना ही काफी नहीं है बल्कि हमें बाहर से आने वाले हर सामान को सही तरीके से सैनिटाइज करने की जरूरत है। उन्होंने वेलमेड हेल्थ केयर सोसाइटी क्लेमेंट टाउन के सदस्यों से अपील की कि कोरोना को घर में आने से रोकने के लिए अपने आस दृ पास के लोगों को जागरुक करें।
डॉ. चेतन शर्मा ने बताया कि अभी तक हम सिर्फ इस बात पर फोकस कर रहे हैं कि कोरोना से बचने के लिए घर पर रहें लेकिन अब वक्त आ गया है कि हम कोरोना को घर में घुसने से रोकने की बात भी करें। उन्होंने कहा कि कई लोग वायरस की शंका को दूर करने के लिए क्लोरीन, डिसइंफेक्टेंट, एल्कोहल जैसे केमिकल्स का प्रयोग कर सब्जियों और फलों को धो रहे हैं। यह बिलकुल गलत है और स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक साबित हो सकता है। उन्होंने कहा कि अभी तक ये बात साबित नहीं हुई है कि सैनिटाइजर से फल व सब्जियों से वायरस खत्म होता है या नहीं। गौरतलब है कि फलों व सब्जियों पर वायरस 6 दृ 8 घंटे तक जिंदा रह सकता है। इसलिए सब्जियों को खरीदने के बाद चार घंटे तक घर के बाहर ही रखें। उसके बाद सब्जियों को गर्म पानी में धोएं। यदि घर में पोटेशियम परमैंगनेट या बेकिंग सोडा है तो गर्म पानी में मिलाकर सब्जियों और फलों को अच्छी तरह से धोएं।
जिन खाद्य पदार्थों को गर्म पानी में नहीं धोया जा सकता है उन्हें घर के किसी बंद स्थान में चार दृ पांच घंटे के लिए रखें। पैकेट युक्त दूध, पनीर जैसी ग्रोसरी सामान को भी गर्म पानी से धोएं। धोने के बाद तुरंत ही पैकेट को चाकू की मदद से हटाएं और इन्हें बंद कूड़ेदान में डालें। किसी भी तरह के पाउच या पैकेट को दांतो के द्वारा फाड़ने से बचें। प्लास्टिक, धातु या कोल्ड़ ड्रिंक के डिब्बों में वायरस 24 दृ 48 घंटों तक जिंदा रह सकता है। उन्होंने बताया कि दवाईयों के पैकेट को ना ही धूप में रखा जा सकता है और ना ही सैनिटाइज किया जा सकता है। इसलिए कोशिश करें कि जरूरी दवाईयां पहले से ही खरीद कर रखें ताकि आप तीन दृ चार दिन तक नए पैकेट का इस्तेमाल ना करें, या फिर दवाईयों को खरीदने के बाद उन्हें एक बंद डिब्बे में चार दृ पांच घंटे रखने के बाद ही इस्तेमाल करें।
उन्होंने बताया कि घर के अंदर और बाहर के जूतों को हमेशा अलग दृ अलग रखें। बाहर पहनने वाले जूतों को घर के अंदर बिलकुल भी ना ले जाएँ। कपड़ों को भी धोकर धूप में सुखाएं। नए कपड़े या जूतों को धोने के बाद ही इस्तेमाल करें। ऑफिस में या कहीं भी साइन करने के लिए या लिखने के लिए अपने पैन का ही इस्तेमाल करें। डॉ. चेतन शर्मा ने कहा कि कोरोना महामारी से जंग जीतने का एकमात्र तरीका है ”बचाव”, यदि हम छोटी दृ छोटी बातों का ध्यान रखेंगे तो इस जंग को अवश्य ही जीतेंगे, इसलिए सतर्क रहें, सावधान रहें और कोरोना से बचने के लिए सभी गाइड़लाइनों का पालन करें।वेलमेड हेल्थ केयर सोसाइटी के महेश पांडे ने हॉस्पिटल प्रशासन से अनुरोध किया कि घर के अंदर कोरोना से लड़ाई को जीतने के लिए सभी क्षेत्रवासियों को पत्रक के माध्यम से जागरूक किया जाएगा।