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हिमाचल में भारी हिमपात के चलते हजारों पर्यटक व वाहन फंसे

मनाली/ मंडी/शिमला। हिमाचल प्रदेश में शिमला, मनाली, चंबा व मंडी में भारी बर्फबारी हुई है। पर्यटन नगरी मनाली में करीब एक फीट बर्फबारी हुई है। इससे आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो कर रह गया है। मनाली में रविवार की रात 2:00 बजे से बर्फबारी का सिलसिला शुरू हुआ, जो सुबह 9:00 बजे तक चलता रहा। बर्फबारी के कारण हजारों पर्यटक मनाली और सोलंग नाला वैली में फंस गए हैं। बर्फबारी के कारण देर रात से मनाली सहित आसपास के इलाकों में बिजली भी गुल हो गई है। सुबह 9:30 बजे से कुछ वाहन कुल्लू की तरफ निकलना शुरू हुए हैं। लेकिन सोलंग वैली की तरफ से अभी सड़क खुलने की कोई उम्मीद नहीं है। कुल्लू की ओर से आ रही बसें भी आठ किमी पहले ही क्लॉथ तक पहुंच रही है। रोहतांग दर्रे सहित लाहौल स्पीति के पहाड़ बर्फ से लद गए हैं। पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी से किसान बागवान भी खुश हो उठे हैं। मनाली के कोठी व सोलंग गांव की सड़कें अबरुद्ध हो गई हैं, जबकि मनाली पलचान मार्ग सहित धुंधी मार्ग में भी जोखिम बढ़ गया है। कुल्लू को लाहुल से जोड़ने वाले रोहतांग दर्रे में तीन फुट से अधिक बर्फबारी हुई है। लाहुल घाटी में हो रही बर्फबारी से घाटी में जन जीवन प्रभावित हो गया है। घाटी की सभी सड़कें बर्फबारी से अबरुद्ध हो गई है।

जानें, कहां गिरी कितनी बर्फ  रोहतांग दर्रा तीन फुट, राहनीनाला पौने तीन फुट, मढी ढाई फुट, ब्यासनाला, चुबकमोड व राहलाफाल दो फुट, गुलाबा, फातरु व अंजनीमहादेव में पौने 2 फुट, सोलंग व कोठी में डेढ़ फुट, पलचान, कुलंग व मझाच में सवा फुट बरुआ, शनाग, वशिष्ठ व मनाली गांव में आधा फुट जबकि पर्यटन नगरी मनाली में एक फुट ताजा हिमपात हो चुका है। लेफ्ट बैंक में मनाली ने नगर तक जबकि राइट बैंक में मनाली से 15 मील तक बर्फबारी हो रही है। लाहौल स्पीति के कोकसर, नेंनगार, दारचा में 6 इंच, सिसु व जिस्पा में 3 इंच, उदयपुर, मड़ग्रा, गोंदला, दालंग, मुलिंग, प्यूकर, शटिंगरी में 2 इंच फुट जबकि जिला मुख्यालय केलांग में भी 2 इंच हिमपात हुआ है।

इन पहाड़ियों पर हो रहा भारी हिमपात रोहतांग दर्रे सहित मकरबेद शिकरबेद, हनुमान टीबा, इंद्र किला, हामटा, रानी सुई, भृगु लेक, दशोहर झील, चन्द्रखनी, फोजल जोत, नगर की ऊंची पहाड़ियों, पांडु रोपा सहित रोहतांग के उस पार बारालाचा दर्रे सहित शिंकुला, दारचा की पहाड़ियों, लेडी ऑफ केलांग, नेनगर, नीलकण्ठ जोत, कुंजम जोत, छोटा व बड़ा शिघरी ग्लेशियर, समस्त चन्द्रा घाटी, कोकसर, गाहर वैली, मयाड़ वैली में बर्फबारी हुई है। साथ ही, मनाली के पर्यटन स्थल राहनीनाला, मढी, ब्यासनाला, राहलाफाल में भारी बर्फबारी हुई है।

माल रॉड में चहके पर्यटक पर्यटन नगरी मनाली के पर्यटन स्थलों में हो रही बर्फबारी से सैलानी पर्यटन स्थलों में चहक उठे हैं। मनाली के निकटवर्ती पर्यटन स्थल नेहरुकुण्ड में पर्याप्त बर्फबारी होने से स्नो प्वायंट भी यही बम हुआ है। सैलानी मनाली शहर से लेकर नेहरुकुण्ड तक बर्फ की सफेदी का आनंद ले रहे हैं। डीएसपी मनाली शेर सिंह ने बताया कि नेहरुकुण्ड में पर्याप्त बर्फ होने के चलते सैलानियों को नेहरुकुण्ड से आगे नही जाने दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि मौसम साफ होने पर ही सैलानियों को सोलंग व कोठी पर्यटन स्थलों में जाने की अनुमति दी जाएगी। पर्यटकों से आग्रह है कि वो पर्यटन स्थलों का रुख न करें। होटलों में आसपास के क्षेत्रों में ही बर्फ का आनंद उठाए। छोटे वाहन मनाली से कुल्लू की ओर जाना आना शुरू हो गए हैं। दोपहर तक बड़े वाहनों की भी आवाजाही शुरू हो जाएगी।

पहाड़ों पर बिछी बर्फ की सफेद चादर, बत्ती गुल, मंडी जिले के कई रूटों पर नहीं दौड़ी निगम की बसें मंडी जिला के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फ की सफेद चादर बिछ गई है। शनिवार रात को जमकर बर्फबारी हुई है। सराज के जंजैहली तक जहां हिमपात हुआ है, वहीं द्रंग हलके की बरोट, बधौनीधार तक बर्फबारी हुई है। इससे इन क्षेत्रों में रात से ही विद्युत आपूर्ति ठप हो गई है। लोगों को अंधेरे में रात बितानी पड़ी। रविवार को भी बिजली गुल रहने से लोगों की परेशानी बढ़ गई है। ताजा बर्फबारी के कारण सराज, चौहारघाटी सहित अन्य क्षेत्रों में संपर्क सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं। इससे परिवहन निगम के कई रूट प्रभावित हुए हैं। बसें रूटों पर ही फंस गई हैं और लोगों को गंतव्य तक पहुंचने में मुश्किलें पेश आ रही है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में और बर्फबारी व बारिश की संभावना जताई है। उधर, सरकाघाट सुपर हाइवे तेज बारिश के कारण लगभग 9 घंटे बंद रहा। बारिश के कारण एनएच पर रात को जगह-जगह भूस्खलन हो गया था। इससे वाहनों की आवाजाही थम गई और रात भर जाम लगने से यात्रियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा। रविवार को सुबह लोक निर्माण विभाग ने मार्ग को बहाल कर दिया है।

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