हिमाचल के कांगड़ा में भारतीय वायुसेना का मिग-21 दुर्घटनाग्रस्त, पायलट की मौत
कांगड़ा। हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के जवाली उपखंड में फटटा जातियान में भारतीय वायुसेना का मिग-21 दुर्घटनाग्रस्त हो गया है। वायुसेना का ये विमान पंजाब के पठानकोट से आ रहा था। हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा में पास एयरफोर्स का विमान मिग-21 क्रैश हो गया। हादसे में पायलट की मौत हो गई है। आशंका जताई जा रही थी कि पायलट को विमान की खराबी का पता लग गया हो और वो क्रैश होने के पहले ही विमान से बाहर निकल गया हो। लेकिन बाद में पायलट की मौत की पुष्टी की गई।
विमान क्रैश वाले जगह के लिए स्थानीय प्रशासन रवाना हो गया है। एसपी कांगड़ा ने मामले में हादसे की पुष्टि कर दी है। एसपी संतोष पटियाल ने बताया कि एयरफोर्स का विमान मिग-21 जवाली के पास क्रैश कर गया है। फिलहाल मौके पर प्रशासन पहुंच गया है और इसकी पड़ताल की जा रही है। स्थानीय लोगों ने आसमान से विमान गिरते देखा और नीचे गिरते ही इसका मलबा काफी दूर तक फैल गया।
गौरतलब है कि पिछले महीने महाराष्ट्र के नासिक में एक सुखोई फायटर जेट क्रैश हुआ था। इस हादसे में जेट के दोनों ही पायलट सुरक्षित बच निकला था। ये हादसा इतना भयानक था कि एयरक्राफ्ट का मलबा दूर तक बिखर गया था। जानकारी के अनुसार सुखोई एसयू-30 एमकेआई अंडर प्रोडक्शन एयरक्राफ्ट था और टेस्ट फ्लाइट पर था। माना जा रहा है कि यह विमान किसी तकनीकी खामी के चलते क्रैश हुआ था।
सितंबर 2011 में भी भारतीय वायुसेना का लड़ाकू विमान मिग 21 दुर्घटनाग्रस्त हुआ था। ये हादसा पंजाब-हरियाणा के बॉर्डर के पास राजपुरा-शूंभ बॉर्डर के बीच खेत में हुआ था। गनीमत ये रही थी कि इस हादसे में विमान में सवार पायलट सुरक्षित बच गया था। पायलट ने विमान दुर्घटनाग्रस्त होने से पहले ही छलांग लगा दी थी। मिग 21 विमान ने अंबाला से उड़ान भरी थी और वापस अंबाला में ही लैंड करने की तैयारी थी।
जून 2010 में भी भारतीय वायु सेना का एक मिग 21 लड़ाकू विमान पंजाब में हलवाड़ा हवाई ठिकाने के निकट दुर्घटनाग्रस्त हुआ था, लेकिन विमान क्रैश होने से पहले ही पायलट सुरक्षित विमान से निकल गया था। ये विमान हलवाड़ा में सिदवान खास पहाडिय़ों के निकट लुधियाना से 33 किलोमीटर के फासले पर दुर्घटनाग्रस्त हुआ था।