पांच फीट बर्फ में ढका हेमकुंड साहिब, आस्था पथ भी बर्फ से लबालब
चमोली। हिमालय क्षेत्र में सात शिखरों के मध्य स्थित पवित्र हेमकुंड साहिब जून माह में भी करीब पांच फीट बर्फ से ढका हुआ है। जबकि कोरोना संक्रमण के चलते हेमकुंड साहिब की यात्रा अभी तक शुरू नहीं की गई है।
हेमकुंड साहिब से गुरुद्वारा प्रबंधन के अधिकारी और कर्मचारियों ने लौटकर बताया कि वहां चारों ओर बर्फ जमीं हुई है। हेमकुंड सरोवर भी बर्फ में तब्दील है। हेमकुंड में मन, मस्तिष्क को सुकून मिलने वाली ठंडी हवाएं चल रही हैं। यहां मौसम साफ होने चारों ओर बर्फ की चादर बिछी हुई दिखाई दे रही है। हालांकि यात्रा अभी तक शुरू न होने से हेमकुंड में वीरानी छायी हुई है। हेमकुंड और गोविंदघाट गुरुद्वारा प्रबंधन को यात्रा शुरू होने को लेकर श्रद्धालुओं के लगातार फोन आ रहे हैं। हेमकुंड साहिब की यात्रा 25 मई से 1 जून के बीच शुरू होती थी, इस वर्ष ट्रस्ट ने हेमकुंड द्वार खोलने की तिथि 10 मई को निर्धारित की थी। लेकिन कोरोना के बढ़ते मामले के चलते यात्रा स्थगित करनी पड़ी। जिसके बाद से अभी तक नई तारीख का ऐलान नहीं हो पाया है। गोविंदघाट गुरुद्वारे के वरिष्ठ प्रबंधक सरदार सेवा सिंह ने बताया कि ट्रस्ट के लोगों के साथ वे भी हेमकुंड साहिब के निरीक्षण के लिये गये थे। हेमकुंड में अभी भी करीब पांच फीट तक बर्फ जमीं है। धाम में अभी भी रुक-रुककर बर्फबारी हो रही है, जिससे हेमकुंड साहिब और आस्था पथ बर्फ में ढका हुआ है। कोरोना संक्रमण का प्रकोप धीमा पड़ने के बाद हेमकुंड साहिब की यात्रा शुरू करवाई जाएगी।