केन्द्र सरकार के प्रति हरीश रावत हुए मुखर
रुड़की। दिल्ली में हुई हिंसा के बाद राजनीति पूरी तरह से गर्मा गई है। विपक्ष लगातार किसान आंदोलन का समर्थन कर रहा है। वहीं, कृषि कानूनों के खिलाफ विपक्ष बीजेपी सरकार को घेरने में जुटा है। इसी कड़ी में पूर्व सीएम हरीश रावत मंगलौर के थीथकी कवादपुर गांव पहुंचे, जहां उन्होंने किसानों के साथ चाय पर चर्चा। कार्यक्रम में उनकी समस्याएं सुनींपूर्व सीएम हरीश रावत ने इस दौरान किसानों के साथ चर्चा की और उनकी समस्याओं को जाना। उन्होंने भाजपा सरकार पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कृषि कानून पर सरकार को हठधर्मिता छोड़ किसानों की बात मान लेनी चाहिए, ताकि किसान अपने मूल काम खेती बाड़ी की तरफ वापस लौट सकें। उन्होंने 26 जनवरी को दिल्ली में हुई हिंसा का जिम्मेदार भाजपा सरकार को ठहराया और सरकार की नीतियों की निंदा की। हरदा ने कहा कि 26 जनवरी को दिल्ली में जो हुआ वो निंदनीय है। इसके लिए भाजपा सरकार जिम्मेदार है। पुलिस की आड़ में एक पार्टी विशेष के लोग किसानों को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। आंदोलन परबल प्रयोग कर कुचलना चाहते हैं. देश के अन्नदाताओं के साथ कांग्रेस कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है।