Uttarakhand
गुमशुदा व मानसिक रूप से अस्वस्थ युवक को सकुशल पुलिस ने किया परिजनों के सुपुर्द
देहरादून। “मिशन हौसला” को सफल बनाने के दृष्टिगत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जनपद देहरादून के द्वारा समस्त कार्यक्षेत्र में लोगों को हर संभव सहायता प्रदान करने हेतु लगातार निर्देशित किया जा रहा है।
प्राप्त दिशा निर्देशों के अनुपालन में प्रभारी निरीक्षक कोतवाली ऋषिकेश द्वारा आम जनमानस की अलग-अलग प्रकार की हर संभव सहायता हेतु कई पुलिस टीमें गठित की गई हैं। जिसमें आवश्यकतानुसार दवाइयां/ मेडिकल उपकरण/ राशन/ अस्पतालों में तत्काल चिकित्सा सुविधा/ जरूरतमंद को भोजन/ व अन्य आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु व्यवस्था उपलब्ध कराई जा रही है।
इसी क्रम में दिनांक 20 मई 2021 की दोपहर को थाने पर सूचना प्राप्त हुई थी बस अड्डा ऋषिकेश के पास एक व्यक्ति व्यक्ति संदिग्ध अवस्था में मौजूद है, जो अच्छे परिवार का प्रतीत हो रहा है मगर उसकी भाषा भी किसी की समझ में नहीं आ रही है। उक्त सूचना पर कोतवाली ऋषिकेश पर नियुक्त दिवस अधिकारी द्वारा तत्काल इसकी सूचना प्रभारी निरीक्षक महोदय के माध्यम से उच्च अधिकारी गणों को दी गई, और हमराह कर्मचारी गण की सहायता से मौके पर पहुंचे, तथा उपरोक्त संदिग्ध व्यक्ति को कोतवाली ऋषिकेश लेकर आए।
दिवस अधिकारी द्वारा उक्त व्यक्ति से पूछताछ करने पर उसने अपना नाम
*रवि शंकर पुत्र अजीत कुमार निवासी तिरुमला वेटामुकू, पूजापुरा, तिरुवंतपुरम राज्य केरल का निवासी बताया। जिस पर दिवस अधिकारी द्वारा केरल के तिरुमला वेटामुकू थाने से भी संपर्क कर उक्त व्यक्ति के विषय में जानकारी दी गई।
बहुत बार पूछताछ करने के पश्चात 21 मई कि सुबह उसने अपने पिता जी का मोबाइल नंबर बताया। *जिस पर इस व्यक्ति के पिताजी से संपर्क करने जानकारी प्राप्त हुई की उनका बेटा काफी नशा करने का आदि हो गया है। जिस कारण मानसिक रूप से अस्वस्थ है। नशा करने से पूर्व मेरा यह बेटा कनाडा में इंजीनियर था। त्रिवेंद्रम के थाना पूजापुरा में रवि शंकर की गुमशुदगी दर्ज हुई थी।*
रवि शंकर के पिताजी अजीत कुमार ने बताया कि वह अपने दूसरे बेटे के साथ तत्काल फ्लाइट के माध्यम से ऋषिकेश आ रहा हूं, तब तक आप मेरे बेटे को अपने पास सुरक्षित रखें। जिस पर ऋषिकेश पुलिस द्वारा उपरोक्त गुमशुदा रवि को दो पुलिस कांस्टेबल की निगरानी में रखा गया।
आज दिनांक 22 मई को रवि शंकर के पिता जी अजीत कुमार अपने बड़े पुत्र के साथ ऋषिकेश कोतवाली पहुंचे, व अपने पुत्र रवि शंकर को सकुशल देखकर बहुत ही गदगद हुए। उन्होंने ऋषिकेश पुलिस के द्वारा उनके पुत्र को सकुशल सुपुर्द किए जाने पर देहरादून पुलिस का बहुत-बहुत आभार प्रकट किया।*