राजस्व के मोर्चे पर मोदी सरकार के लिए अच्छी खबर, जीएसटी संग्रह एक लाख करोड़ के पार
नई दिल्ली। राजस्व के मोर्चे पर सरकार के लिए अच्छी खबर है। चालू वित्त वर्ष के पहले महीने में जीएसटी संग्रह एक लाख करोड़ रुपये से अधिक रहा है। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने इस उपलब्धि को मील का पत्थर करार दिया है। उनका कहना है कि यह आर्थिक गतिविधियों में वृद्धि का सबूत है।
-अप्रैल में जीएसटी संग्रह रहा 1.03 लाख करोड़ रुपये
-वित्त मंत्री ने जतायी सकारात्मक ट्रेंड आगे भी जारी रहने की उम्मीद
अप्रैल में जीएसटी संग्रह एक लाख करोड़ रुपये से अधिक रहा है। यह उपलब्धि मील का पत्थर है। यह आर्थिक गतिविधियों में वृद्धि की पुष्टि करती है- अरुण जेटली, वित्त मंत्री।
वित्त मंत्रालय के अनुसार अप्रैल 2018 में जीएसटी संग्रह 1,03,458 करोड़ रुपये रहा जो किसी भी महीने में अब तक का सर्वाधिक है। अप्रैल में सीजीएसटी संग्रह 18,652 करोड़ रुपये, एसजीएसटी 25,704 करोड़ रुपये, क्षतिपूर्ति सैस 8,554 करोड़ रुपये और आइजीएसटी 50,548 करोड़ रुपये आया। आइजीएसटी के रूप में जुटायी गयी 50,548 करोड़ रुपये की राशि में 21,246 करोड़ रुपये आयात पर आइजीएसटी के भी शामिल हैं। इसी तरह सैस की 8,554 करोड़ रुपये की राशि में से 702 करोड़ रुपये की राशि आयातित उत्पादों पर सैस के रूप में जुटाई गयी।
सकारात्मक रहेगा जीएसटी संग्रह
जीएसटी के ताजा आंकड़ों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए जेटली ने कहा कि आर्थिक माहौल बेहतर होने, ई-वे बिल के क्रियान्वयन और जीएसटी अनुपालन बेहतर होने से जीएसटी संग्रह में यह सकारात्मक ट्रेंड आगे भी जारी रहेगा। जेटली ने इस उपलब्धि के लिए सभी करदाताओं, जीएसटी काउंसिल के, केंद्र सरकार और राज्य सरकार के अधिकारियों को बधाई भी दी है।