डीजीपी अनिल कुमार रतूड़ी की सेवानिवृत्ति पर भव्य विदाई परेड आयोजित
-अशोक कुमार ने नए डीजीपी का कार्यभार संभाला
देहरादून। उत्तराखंड पुलिस के डीजीपी अनिल कुमार रतूड़ी आज रिटायर हो गए हैं। उनके सम्मान में पुलिस लाइन में भव्य विदाई परेड आयोजित की गई। उनकी जगह 1989 बैच के अधिकारी अशोक कुमार ने चार्ज संभाला है। डीजीपी अनिल कुमार रतूड़ी ने नए डीजीपी अशोक कुमार को पुलिस बैटन सौंपी। आईपीएस अशोक कुमार उत्तराखंड के 11वें डीजीपी बने हैं।
इससे पहले पुलिस लाइन में राज्य के 10वें डीजीपी अनिल कुमार रतूड़ी की विदाई में परेड का आयोजन किया गया। पुलिस लाइन में सुबह करीब नौ बजे से परेड की शुरुआत की गई। इसके लिए पुलिस लाइन में सुरक्षा व्यवस्था भी बढ़ाई गई। डीजीपी अनिल कुमार रतूड़ी को डीजी अशोक कुमार ने पुलिस लाइन में रिसीव किया। इसके बाद भव्य विदाई परेड आयोजित की गई। परेड का नेतृत्व रेखा यादव, सहायक पुलिस अधीक्षक देहरादून ने द्वितीय कमाण्ड शेखर सुयाल, पुलिस उपाधीक्षक, नगर व परेड एडज्यूटेन्ट पल्लवी त्यागी, पुलिस उपाधीक्षक, नेहरू कालोनी देहरादून के साथ किया। परेड में उत्तराखण्ड पुलिस की विभिन्न शाखाओं, ट्रेफिक पुलिस, नागरिक पुलिस, पी0ए0सी0, महिला पी0ए0सी0, कमाण्डो दस्ता, तथा ए0टी0एस0 आदि सम्मिलित हुए। कार्यक्रम का संचालन उप निरीक्षक पूनम प्रजापति एवं आरक्षी फायर मनीष पंत द्वारा किया गया। रैतिक परेड का पुलिस महानिदेशक द्वारा मानप्रणाम ग्रहण करने के उपरांत परेड का निरीक्षण किया गया। डीजीपी अनिल रतूड़ी के पुलिस मुखिया के तौर पर तीन साल से अधिक का कार्यकाल रहा है। आज सेवानिवृत्त होने के दिन उनकी तीन साल की उपलब्धियों को बताया गया। डीजीपी अनिल कुमार रतूड़ी के प्रमुख कार्यों में गुमशुदा बच्चों को तलाशने के लिए ऑपरेशन स्माइल चलाया गया। सीपीयू की तर्ज पर पहाड़ों में हिल पेट्रोल यूनिट शुरू की गई। ई-चालन व्यवस्था की शुरुआत की गई। इस अवधि में 6 हजार से ज्यादा पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षण दिलाया गया। 2018 में माउंट एवरेस्ट पर पुलिस टीम ने चढ़ाई की। कॉमन वेल्थ ह्यूमन राइट्स इनिशिएटिव की इंडिया जस्टिस रिपोर्ट में उत्तराखंड पुलिस मानव संसाधनों के उपभोग में दूसरे स्थान पर रही। पिछले साल देश के 15000 थानों में प्रदेश के तीन थाने टॉप 10 में शामिल हुए।