गर्भपात मामले में महिला डाक्टर पर कार्यवाही
पंचकूला। गर्भपात के लिए सौदा के मामले में महिला डॉक्टर ने नया खुलासा किया हैै। महिला डॉक्टर का कहना है कि वह भ्रूण हत्या करवाने वालों को सबक सिखाना चाहती थी और उनको ट्रैप लगाकर सुबूत के साथ पकड़वाना चाहती थी। सेक्टर छह के नागरिक अस्पताल के गायनी विभाग की पूर्व डॉ. पूनम भार्गव ने कहा कि अस्पताल में एक युवक और युवती मेरे पास आए थे। युवक ने बताया था कि मैंने अपनी पत्नी की जांच करवाई है। उसके पेट में लड़की है और मैं बच्ची पैदा नहीं करना चाहता। मैं इसका गर्भपात करवाना चाहता हूं। मैं जानना चाहती थी कि उन्होंने कहां से लड़की की जांच करवाई है। मैं उन पर ट्रैप लगवाना चाहती थी लेकिन उसमें सफल नहीं हुई। नागरिक अस्पताल की गायनी विभाग की पूर्व डॉ. पूनम भार्गव ने अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश नरेंद्र सूरा की कोर्ट में लगाई अग्रिम जमानत याचिका में कहा है कि वह ट्रैप लगाकर इन लोगों को पकड़वाने चाहती थीं, लेकिन सफल नहीं हो सकी। एडवोकेट प्रमोद भारद्वाज के माध्यम से लगाई याचिका में डॉ. पूनम भार्गव ने कहा कि ट्रैप लगाने के लिए मैंने उन्हें अपने घर पर बुलाया था। 17 फरवरी को मेरे घर पर तीन लोग आए थे। मैं बहुत डर गई। मैंने उनसे पूछा था कि आपने लड़की होने का टेस्ट कहां से करवाया है। लेकिन उन्होंने वीडियो एडिट कर दिया है।
दस लाख रुपये की मांग की थी याचिका में पूनम भार्गव द्वारा कहा गया कि इन लोगों ने मेरे से 10 लाख रुपये की मांग की थी। जब मैंने देने से इन्कार कर दिया तो इन्होंने मुझे धमकी दी कि हम यह वीडियो सीएमओ को भेज देंगे। यह लोग पैसे लेने के लिए एक बैग भी लेकर आए थे। याचिका में बताया गया कि मैंने पानी पीने के बहाने अपने किचन में जाकर 100 नंबर पर फोन किया। लेकिन फोन नहीं लगा। डॉक्टर ने कहा कि उसके बाद मैंने अपनी जानकार पुलिस कर्मचारी परमजीत को फोन किया लेकिन उसने कहा कि मेरी विधानसभा सेशन में ड्यूटी लगी हुई है, इसलिए मैं नहीं आ सकती। आप 100 नंबर पर ही फोन कर लो। फोन नहीं मिला और यह लोग उठकर चले गए। दबाव के कारण जमा करवाए पैसे पूनम भार्गव का कहना है कि जांच कमेटी के पास उन्होंने पैसे दबाव के चलते जमा करवाए थे जबकि मैं कमेटी को पूरी बात बता चुकी थी। लेकिन कमेटी ने दोषी मानते हुए केस दर्ज करने के लिए केस भेज दिया गया। याचिका में कहा गया है कि डॉ. पूनम भार्गव ने 30 साल तक बेहतरीन सेवाएं दी हैं और रिटायरमेंट के बाद दोबारा से उन्हें चांस दिया गया था। वीडियो में पैसे मांगने और गर्भपात का जिक्र गौरतलब है कि डॉ. पूनम भार्गव की वीडियो 17 फरवरी को बनाई गई थी। जिसमें वह पहले अस्पताल में गर्भपात करने के लिए सहमति देती हुई दवाइयां लिखती नजर आ रही हैं। आरोप है कि उसके बाद उन्होंने महिला और व्यक्ति को अपने घर पर बुलाया। गर्भपात करने के लिए दवाई दी। इसी बीच कुछ सेकेंड के लिए अंदर गई थी। इसके बाद जब महिला के पति की ओर से तीन हजार दिए गए थे तो वह गुस्सा हो गई थी और 10 हजार रुपये देने की बात पर अड़ गई थी। देखना होगा कि इस मामले में पुलिस शनिवार को क्या जबाव दायर करती है।