गणतंत्र दिवस से एक दिन पहले अमृतसर रेलवे स्टेशन पर राइफलें व कारतूस मिलने से सनसनी
अमृतसर। गणतंत्र दिवस से एक दिन पहले यहां रेलवे स्टेशन पर छपाकर रखीं राइफलें और कारतूस मिलने से हड़कंप मच गया। पुलिस ने अमृतसर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 6-7 की सीढियों के नीचे एक बैग में छिपाकर रखी तीन राइफलें व कारतूस बरामद किए। समझा जाता है कि इससे बड़ी आतंकी हमला टल गया। पुलिस के अनुसार, पूरा शक है कि ये हथियार गणतंत्र दिवस पर शहर में बड़ी वारदात के लिए लिए छिपा कर रखे गए हो सकते हैं। समझा जाता है कि ये हथियार किसी आतंकी संगठन या फिर गैंगस्टरों तक पहुंचाए जाने थे। ये हथियार मिलने के बाद पुलिस के साथ-साथ सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हो गई हैं। अमृतसर में शुक्रवार शाम उस समय सनसनी फैल गई जब काफी भीड़भाड़ वाले रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 6-7 की सीढिय़ों के नीचे से पुलिस ने तीन राइफलें और नौ जिंदा कारतूस बरामद किए हैं। ये हथियार एक बड़े बैग में छिपाकर रखे गए थे। आशंका है कि गणतंत्र दिवस पर किसी आतंकी कार्रवाई को अंजाम देने के लिए ये हथियार यहां छिपाकर रखे गए थे। गणतंत्र की पूर्व संध्या पर हथियारों की बरामदगी से सुरक्षा एजेंसियां हरकत में आ गई हैैं। पूरे शहर में चौकसी बढ़ाते हुए तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। शहर के कुछ और स्थानों पर हथियार छिपाकर रखे जाने की आशंका जताई जा रही है।जीआरपी थाने में प्रेस कांफ्रेंस में इंस्पेक्टर बलबीर ङ्क्षसह ने बताया कि 26 जनवरी के मद्देनजर शुक्रवार को पुलिस ने रेलवे स्टेशन पर तलाशी अभियान चलाया था। जैसे ही पुलिस टीम प्लेटफार्म नंबर 6-7 पर पहुंची तो सीढिय़ों के नीचे एक बड़ा बैग पड़ा हुआ था। पुलिसकर्मियों ने बैग खोला तो उसमें में तीन राइफलें और नौ जिंदा कारतूस बरामद किए गए। पता लगाया जा रहा है कि उक्त हथियार यहां कैसे पहुंचे। ये हथियार क्या किसी ट्रेन से लाए गए, कहां पहुंचाए जाने थे आदि एंगल से पुलिस जांच कर रही है। फिलहाल पुलिस ने अज्ञात आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। उल्लेखनीय है पिछले साल नवंबर में अमृतसर के अदलीवाल गांव स्थित निरंकारी भवन में सत्संग के दौरान आतंकियों ने ग्रेनेड से हमला किया था जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई थी। पुलिस जांच में यह बात सामने आई थी कि ग्रेनेड एक स्थान पर छिपा कर रखे गए थे। आतंकियों ने वहां से ग्रेनेड लेकर निरंकारी भवन में फेंका था।