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गांधी शताब्दी अस्पताल को लेकर बड़ा खुलासा, व्यवस्था को लेकर कांग्रेस नेता गरिमा मेहरा दसौनी ने उठाये सवाल

देहरादून।  उत्तराखंड कांग्रेस की गढ़वाल मंडल मीडिया प्रभारी गरिमा मेहरा दसोनी ने आज देहरादून स्थित जिला महिला अस्पताल गांधी शताब्दी का निरीक्षण कर सरकार की  असंवेदनशीलता को उजागर किया।
      गरिमा मेहरा दसोनी ने बताया की गांधी शताब्दी अस्पताल कांग्रेस सरकार की राज्य की मातृशक्ति को देन थी ,जिसका लोकार्पण तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी जी के द्वारा किया गया था ।
      दसोनी ने बताया कि अगस्त 2020 जिस वक्त कोरोना वैश्विक महामारी ने पूरे विश्व को जकड़ रखा था उस समय वर्तमान भाजपा की सरकार ने गांधी शताब्दी अस्पताल प्रबंधन के साथ एक करार किया जिसमें गांधी शताब्दी अस्पताल में आईसीयू निर्माण के संबंध में करार किया गया। दसोनी ने बताया की आईसीयू निर्माण के लिए सरकार के द्वारा आधे से ज्यादा भुगतान हो जाने के बावजूद आज डेढ़ साल बीत जाने के बाद भी गांधी शताब्दी अस्पताल में आईसीयू अस्तित्व में नहीं आ पाया है जो कि राज्य सरकार की संवेदनशीलता और गंभीर लापरवाही दर्शाता है ।
      दसौनी ने कहा कि अस्पताल  के निरीक्षण के दौरान पाया गया कि अस्पताल में हर जगह  चौथे तल पर आईसीयू होने का बोर्ड चस्पा है परंतु चौथे तल का निरीक्षण करने पर वहां ताला मिला। अस्पताल प्रबंधन से बातचीत के दौरान पता चला कि आईसीयू फंक्शनल नहीं है ।
क्यों नहीं है इसका जवाब देने में वहां कार्यरत डॉक्टर नर्स स्टाफ सभी असमर्थ थे।
      दसोनी ने इसे स्वास्थ्य मंत्री और स्वास्थ्य मंत्रालय की गंभीर कोताही बताते हुए कहा की हैरतअंगेज बात यह है की  गांधी शताब्दी देहरादून जिले के महिला अस्पताल के रूप में जाना जाता है परंतु वहां स्टाफ के सापेक्ष मरीजों की संख्या बहुत ही कम थी। दसोनी ने कहा कि इसे दुर्भाग्य ही कहा जा सकता है कि जहां एक और पर्वतीय अंचलों के अस्पताल स्टाफ की कमी से जूझ रहे हैं वहीं गांधी शताब्दी में तमाम लोगों ने अपने ट्रांसफर करके अड्डा जमा रखा है परंतु स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में अस्पताल में सन्नाटा पसरा हुआ है।
 मरीजों की संख्या ना के बराबर है और करोड़ों का भुगतान हो जाने के बावजूद आईसीयू का शुरू ना हो पाना सरकार की एक बड़ी नाकामी को उजागर करता है। दसोनी ने प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत से इस संबंध में जवाब की अपेक्षा की है।

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