ओएलएक्स पर सेना का जवान बन ठगी करने वाला गिरफ्तार
देहरादून। भारतीय सेना का जवान बनकर ओएलएक्स कार व वाहन बेचने के नाम पर देशभर में ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए एसटीएफ ने गिरोह के मेवात हरियाणा निवासी सदस्य को बादशाहपुर गुड़गांव से गिरफ्तार किया है। एसटीएफ ने उसके कब्जे से चार मोबाइल, पांच सिम कार्ड, 3 डेबिट कार्ड, दो आधार कार्ड व एक पैन कार्ड बरामद किया है। आरोपी प्रतिरूपण, सेक्सटॉर्शन, लोन ऐप, विशिंग, फर्जी कस्टमर केयर सर्विस नंबर और पहचान की चोरी के जरिए देश के कोने कोने में लोगों को ठग चुका है। इस गिरोह के खिलाफ पूरे देश में दो हजार से ज्यादा शिकायतें है दर्ज।
साइबर ठग जनता से धोखाधड़ी करने के नित्य नए तरीके अपनाए जा रहे हैं। शिकायतकर्ता सुधीर कुमार पोखाल, निवासी हर्रावाला के साथ अज्ञात व्यक्ति ने स्वंय को भारतीय सेना में बताकर अपनी कार बेचने के नाम पर 6,50,000 रुपये की धोखाधड़ी की गई। इनकी शिकायत पर थाना डोईवाला में ठगी का मुकदमा दर्ज किया गया। जिसकी विवेचना साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन देहरादून के उपनिरीक्षक कुलदीप टम्टा के सुपुर्द की गयी।
पुलिस टीम की मेहनत एवं प्रयासों से साक्ष्य एकत्रित करते हुये इस गिरोह का पर्दाफाश किया गया है एवं एक आरोपी वसीम अकरम पुत्र इब्राहिम खान, निवासी पथराली, मेवात, हरियाणा को बादशाहपुर गुड़गांव से गिरफ्तार किया है।
अपराधी ने पूरे भारत में विभिन्न अपराध करने के लिए 14 अलग-अलग फोन का इस्तेमाल किया था। अपराधी के चलाये जा रहे बैंक खाते संख्या 922010061440429 से पूरे भारत में कई पीड़ितों से पैसे लिए गए हैं। संदिग्ध आरोपी ने प्रतिरूपण, सेक्सटॉर्शन, लोन ऐप, विशिंग, फर्जी कस्टमर केयर सर्विस नंबर और पहचान की चोरी के जरिए पूरे भारत में लोगों को ठगा है।
प्रारंभिक विश्लेषण के आधार पर अपराधी के इस्तेमाल किये जा रहे हैंडसेट में इस्तेमाल किए गए संदिग्ध नंबरों पर देश भर में कुल दो हजार से ज्यादा शिकायतें प्राप्त हुई हैं जो उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, तेलंगाना, गुजरात, जम्मू कश्मीर, महाराष्ट्र, केरल आदि राज्यों से संबंधित है।
पुछताछ में ठग ने ओएलएक्स पर स्वंय को भारतीय सेना का जवान बताकर अपनी कार बेचने व कार को कुरियर के माध्यम से भेजने की बात कहकर आम जनता से धोखाधडी की जाती है। साथ ही कुछ लोगों को वाटसएप के माध्यम से अश्लील वीडियो कॉल कर उसकी रिकॉर्डिंग कर ब्लैकमेल करते हुए पैसों की मांग भी की गई है। अन्तरराष्ट्रीय ठग को गिरफ्तार करने वाली एसटीएफ की टीम में उपनिरीक्षक कुलदीप टम्टा, राजेश ध्यानी, प्रतिभा व कांस्टेबल शादाब अली शामिल रहे।