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फाउंडेशन ने की उत्तरकाशी में रूद्राक्ष वन विकसित करने की घोषणा की
ऋषिकेश/देहरादून। दिनेश शाहरा फाउंडेशन (डीएसएफ) ने उत्तराखण्ड के उत्तकाशी जिले में रूद्राक्ष वन (रूद्राक्ष के पेड़ों का वन) को विकसित करने की घोषणा की है। इस पहल की घोषणा ऋषिकेश के परमार्थ निकेतन में आयोजित ग्रीन गोल्ड डे के समारोह के दौरान डीएसएफ के चैयरमैन दिनेश शाहरा में स्वामी चिदानंद सरस्वती की उपस्थिति में की। डीएसएफ के वन विशेषज्ञ जल्द ही उत्तराकाशी के रूद्राक्ष वन में प्रस्तावित वन विकास के लिए जगह का चयन और ब्लूप्रिंट तैयार करेंगे। पारिस्थितिकीय लाभों के अलावाद्व इस पहल में स्थानीय लोगों के लिए रोजगार की संभावनाएं पैदा होंगी और साथ ही इस क्षेत्र में पर्यटन का बढ़ावा देने में मदद मिलेगी।
इस मौके पर दिनेश शाहरा ने कहा ‘‘स्वामी चिदांनंद सरस्वती जी के आशीर्वाद के साथ ग्रीन गोल्ड डे के मौके पर इस पावन अभियान की शुरूआत करते हुए हमें खुशी हो रही है। रूद्राक्ष जिनका शाब्दिक अर्थ ‘शिव के अश्रु’ होता है। इसका सनातन धर्म में काफी महत्व है। प्रस्तावित रूद्राक्ष वन परियोजना पर्यावरण के साथ भारतीय आध्यात्म के प्रसार को ध्यान में रख कर शुरू की जा रही है। इस क्षेत्र में प्राकृतिक वनों के विकास से गंगा के जलग्रहण क्षेत्रों में क्षरण को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी। साथ ही गांवों में लोगों के आर्थिक विकास को मजबूत करने में बढ़ावना मिलेगा। समारोह में स्वामी चिदानंद सरस्वती जी ने कहा कि, ‘‘डीएसएफ की इस हरित और आध्यात्मिक परियोजना में सहयोग कर काफी प्रसन्नता हो रही है। दिनेश शाहरा जी लम्बे समय से इस हरित अभियान के प्रचार-प्रसार में जुटे है और अब तक देश भर में लाखों पौधे लगवा चुके है। मुझे यह बात जानकर बहुत ही खुशी हो रही है। कि अब उन्होने रूद्राक्ष के 10,000 पोधे लगाने और लगाने और साथ ही इस गंगा-जमुनी धरती पर रूद्राक्ष वन बनाने का बीड़ा उठाया है।’’ ग्रीन गोल्ड डे, जाने माने कृषक और परोपकारी दिनेश शाहरा के जन्म दिन के उपलक्ष में मनाया जाता है। इस साल पर्यावरण का बढ़ावा देने और देश में ग्लोबल वार्मिंग के बढ़ते प्रभाव को कम करने के लिए हजारों की संख्या में वृक्षारोपण किया जाता है। डीएसएफ के सतत् विकास की अवधारणा को आगे बढ़ाते हुंई दिनेश शाहरा फाउंउेशन के कार्यकर्ता देशभर में पेड़ों का पालन-पोषण करते है। इस वर्ष के प्रोग्राम में दिनेश शाहरा जी परमार्थ निकेतन में वृक्षारोपण की सभी गतिविधियों को खुद देख रहे है।