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उत्तराखण्ड में भ्रष्टाचार को मिल रहा सरकारी संरक्षण

देहरादून। उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष संगठन एवं प्रशासन मथुरा दत्त जोशी ने राज्य की धमी सरकार पर भ्रष्टाचारियों को खुला संरक्षण देने का आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा सरकार के संरक्षण में प्रदेश में भ्रष्टाचार फल-फूल रहा है तथा धामी सरकार द्वारा भ्रष्टाचारियों पूरा संरक्षण तथा भ्रष्टाचार को प्रोत्साहन देने का काम किया जा रहा है। मथुरादत्त जोशी ने कहा कि जिस प्रकार सजायाफ्ता व एवं महा भ्रष्टाचारी मृत्युंजय मिश्रा को आयुर्वेद विभाग में ओएसडी बनाकर भेजा गया है उससे भाजपा के भ्रष्टाचार पर जीरो टाॅलिरेंस जैसे जुमले एवं भ्रष्टाचार विरोधी मुहिम की कलई खुल गई है।
जोशी ने कहा कि पूर्व में आयुर्वेदिक यूनिवर्सिटी में कुल सचिव के पद पर रहते हुए मृत्युंजय मिश्रा पर 2013 से 2017 तक 1 करोड़ रूपये के गबन का आरोप, रिक्त पदों पर नियुक्तियों में धांधली, फर्जी टीए व डीए बिल से लाखों के फर्जीवाडे, फर्जी कागजों के आधार पर कई फर्जी बैंक खाते खोलने तथा वेंडरों से मिलीभगत कर आर्थिक लाभ पहुंचाने का मामला सामने आया तथा विजिलेंस जांच के बाद मृत्युंजय मिश्रा पर गम्भीर धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ तथा उसे 14 दिन की जेल काटनी पड़ी। इससे पहले भ्रष्टाचारी मृत्युंजय मिश्रा अपने निलंबन के खिलाफ मा0 उच्च न्यायालय भी गया परन्तु हाईकोर्ट ने उल्टे 20 हजार रूपये का जुर्माना लगाया था। 29 दिसंबर 2021 को जब चंद्रेश यादव अपर सचिव आयुष के पद पर तैनाथ थे तो उनके द्वारा भ्रष्टाचारी मिश्रा को फिर से आयुर्वेदिक यूनिवर्सिटी में कुलसचिव के पद पर नियुक्त किया गया परन्त यूनिवर्सिटी के कुलपति संजय जोशी द्वारा मृत्युंजय मिश्रा को ज्वाइनिंग देने से इंकार कर दिया गया। यहां तक कि मिश्रा का मामला राजभवन तक भी पहुंचा था तथा 25 जनवरी 2022 को मुख्य सचिव द्वारा मृत्युंजय मिश्रा को शासन में अपर सचिव आयुष चंदेश यादव के साथ अटैच कर दिया। राज्य में धामी सरकार के सत्तारूढ होते ही फिर से भ्रष्टाचारी मृत्यंजय मिश्रा के लिए कुर्सी तलाशी जाने लगी। इससे स्पष्ट होता है कि पुष्कर सिंह धामी सरकार द्वारा भ्रष्टाचारियों को पूरा संरक्षण देने का काम किया जा रहा है तथा सरकार पूरी तरह से भ्रष्टाचारियों के हाथो खेल रही है।
प्रदेश उपाध्यक्ष मथुरादत्त जोशी ने यह भी कहा कि धामी सरकार में कुछ समय पूर्व भ्रष्टाचार के आरोप में कुछ अधिकारियों को निलम्बित किया गया परन्तु फिर से गुपचुप तरीके से उनकी बहाली कर दी गई है। उन्होंने कहा कि चाहे लोकसेवा आयोग भर्ती में भ्रष्टाचार हो, अधीनस्थ सेवा चयन आयोग में भर्ती घोटाले और भ्रष्टाचार का मामला हो धामी सरकार ने सभी भ्रष्टाचारियों को बचाने का काम किया है तथा भाजपा नेता व सरकार में बैठे मंत्री सीना ठोक कर भ्रष्टाचार पर जीरो टाॅलिरेंस की बात करते हैं जो केवल प्रदेश की जनता को बेवकूफ बनाने जैसा है। मथुरादत्त जोशी ने कहा कि भ्रष्टाचारी मृत्युंजय मिश्रा की नियुक्ति से स्पष्ट हो गया है कि धामी सरकार द्वारा जिस प्रकार भ्रष्टाचारियों को संरक्षण दिया जा रहा है उससे ऐसा प्रतीत होता है कि भय, भ्रष्टाचार मुक्त प्रदेश का जुमला देने वाली भाजपा सरकार में चारों ओर केवल भ्रष्टाचार का ही बोलबाला है।

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