नकली दवाई बनाने की फैक्टरी पकड़ी, डेढ़ करोड़ की दवाई व चार लाख की नगदी बरामद
रुड़की। रुड़की गंगनहर कोतवाली पुलिस और ड्रग विभाग की टीम ने अवैध रूप से चल रही नकली दवा बनाने की फैक्टरी पकड़ी है। फैक्टरी से करोड़ों की कीमती की दवाइयां और चार लाख से अधिक की नकदी बरामद की गई है। यह कंपनी पिछले लंबे समय से नामी कंपनियों के नाम से दवाई तैयार कर नकली दवाई बेच रही थी।
कार्रवाई में पुलिस ने सरधना जिला मेरठ निवासी प्रवीण त्यागी और कपिल त्यागी को गिरफ्तार किया है। दोनों पर पुलिस ने कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। आरोप है कि ये दोनों रुड़की में रहकर दवाई तैयार कर रहे थे। पुलिस के मुताबिक पकड़ी गई फैक्टरी में जिफी और टोरेन्ट कंपनी के नाम से दवाईयां तैयार की जा रही थी। गंगनहर कोतवाली पुलिस ने गंभीर धाराओं में केस दर्ज कर लिया है। पुलिस ने 274, 275, 276, 420, 467, 468, 471, 307 और 120 बी के तहत मुकदमा दर्ज किया है। इसके अलावा औषधि एवं प्रसाधन अधिनियम के तहत भी धारा लगाई गई है। पुलिस के मुताबिक, डेढ़ करोड़ की दवाई भी फैक्टरी से बरामद हुई है जो नामी कंपनी के नाम से बाजार में बेची जा रही थी। सिविल लाइन कोतवाली पहुंचे एसपी देहात स्वपन किशोर सिंह ने बताया कि जिस फैक्टरी को पकड़ा गया है उसमें विभिन्न प्रकार की एंटीबायोटिक, वायरल फीवर, थ्रोट इंफेक्शन, किडनी इंफेक्शन, ब्लड प्रेशर, सर्दी ,जुखाम ,बुखार और घाव को सुखाने वाली दवाइयां तैयार की जा रही थी। पुलिस की कई घंटे की कार्रवाई में कई सनसनीखेज मामले सामने आए हैं। फिलहाल पुलिस पकड़े गए दोनों आरोपियों से पूछताछ करने में जुटी है।