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आईआईटी रुड़की में स्कूल ऑफ डेटा साइंस एंड आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की स्थापना

रुड़की। पूरी दुनिया में डेटा एनालिटिक्स और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस विशेषज्ञों की बढ़ती मांग के मद्देनजर भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रुड़की मेहता फैमिली फाउंडेशन (एमएफएफ), यूएसए से सहयोग करार के तहत मेहता फैमिली स्कूल ऑफ डेटा साइंस एंड आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की स्थापना करेगा। दोनों संगठनों के बीच इस समझौता करार (एमओयू) पर आईआईटी रुड़की के निदेशक प्रोफेसर अजीत के चतुर्वेदी और मेहता फैमिली फाउंडेशन, यूएसए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राहुल मेहता ने हस्ताक्षर किए। 27 सितंबर को हुए इस वर्चुअल आयोजन मंे भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार प्रो. के. विजय राघवन, भारत सरकार के विज्ञान एवं इंजीनियरिंग अनुसंधान बोर्ड के सचिव प्रो. संदीप वर्मा और आईआईटी रुड़की के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के अध्यक्ष डॉ. बी.वी.आर. मोहन रेड्डी मौजूद थे।
 सहयोग करार पर आईआईटी रुड़की के उपनिदेशक प्रो मनोरंजन परिदा, प्रायोजित अनुसंधान एवं औद्योगिक परामर्श के डीन प्रो. मनीष श्रीखंडे, आईआईटी रुड़की के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग के प्रो. नारायण प्रसाद पाढ़ी और पर्ड्यू विश्वविद्यालय, इंडियाना के प्रो. अनंत ग्रामा; कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय सैन डिएगो के प्रो. शंकर सुब्रमण्यम और प्रो राजेश के. गुप्ता और कार्यकारी निदेशक, एमएफएफ, यूएसए के बर्नी लुक्सिच ने भी हस्ताक्षर किए।
डेटा साइंस और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस विशेषज्ञों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए इस अंतर्राष्ट्रीय शैक्षिक करार पर अपने विचार रखते हुए भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार प्रो के. विजय राघवन ने कहा, ‘‘आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का शोध और प्रशिक्षण हमारे भविष्य की कुंजी है। भारत के लिए एआई प्रौद्योगिकियांे का विशेष महत्व है और आने वाले वर्षों में इसका समाज और अर्थव्यवस्था पर बड़ा प्रभाव पड़ेगा। आईआईटी रुड़की और एमएफएफ का यह अंतर्राष्ट्रीय शैक्षिक करार एक सराहनीय प्रयास है जिससे भारत का नवाचार के पथ पर अग्रसर होना सुनिश्चित होगा।’’करार के तहत, नए स्कूल में बैचलर, मास्टर और डॉक्टरेट डिग्री प्रोग्राम शुरू किए जाएंगे। स्कूल सितंबर 2022 में बैचलर डिग्री के विद्यार्थियों के पहले बैच को दाखिला देगा। स्कूल का उद्देश्य डेटा साइंस और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्रों में नए और कुशल मानव संसाधन का विकास करना है। साथ ही, इन क्षेत्रों पर केंद्रित ट्रेनिंग और सर्टिफिकेशन प्रदान कर मौजूदा मानव संसाधन को अधिक सशक्त बनाना है।

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