Uttarakhand
इलेक्ट्रोनिक्स की दुकान में चोरी करने वाला फरार आरोपी 11 माह बाद गिरफ्तार
देहरादून। दिनांक 15/16.01.2020 की रात्रि रेलवे रोड़ में इलेक्ट्रोनिक्स की दुकान से नगदी (लगभग 7,50000/- रूपये), पंखे व बिजली के तार चोरी किये थे, जिस सम्बन्ध में कोतवाली ऋषिकेश पर चोरी का अभियोग पंजीकृत किया गया था। चोरी के लगभग 05 दिन बाद ही पुलिस टीम द्वारा अभियुक्तगण राहुल उर्फ तमन्चा, नितिन उर्फ जिद्दी, सूजल उर्फ तेलू व सोवित उर्फ हिमांशु पाण्डेय निवासीगण पुरानी जाटव बस्ती ऋषिकेश को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 710000/- रूपये व कुछ पंखे बिजली के तार इत्यादि बरामद किये गये थे।*
घटना में शामिल एक *अभियुक्त रवि उर्फ चवन्नी उर्फ ओमप्रकाश पुत्र मन बहादुर निवासी म0नं0 307, बी ब्लाॅक, हर्ष विहार-2, भोपुरा साहिबाबाद जिला गाजियाबाद उत्तरप्रदेश, फरार व वांछित चल रहा था। जिसकी तलाश हेतु कई बार उसके ठिकानो (गाजियाबाद, दिल्ली, पंजाब आदि) पर तलाश की गयी तो वह वहां से गायब मिला।
फरार अभियुक्त की शीघ्र गिरफ्तारी हेतु *पुलिस उप महानिरीक्षक/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून के निर्देशन, पुलिस अधीक्षक ग्रामीण व क्षेत्राधिकारी ऋषिकेश* के निकट प्रर्यवेक्षण में पुलिस टीम गठित की गयी। पुलिस टीम द्वारा अभियुक्त के विरूद्ध माननीय न्यायालय से गैर जमानती वारण्ट प्राप्त किये गये व अभियुक्त की तलाश हेतु मुखबिर मामूर किये गये।
*दिनांक 28.11.2020 को पुलिस टीम अभियुक्त रवि उर्फ चव्वनी उर्फ ओमप्रकाश का वारण्ट लेकर उसकी गिरफ्तारी हेतु उपरोक्त पते पर पंहुची तो मुखबिर की सूचना पर अभियुक्त को गाजियाबाद दिल्ली बार्डर के पास से गिरफ्तार कर ऋषिकेश लाया गया। ऋषिकेश पर पूछताछ के दौरान अभियुक्त ने दुकान से चोरी गये पासपोर्ट, चैक व स्टेम्प को बरामद करवाया गया।*
*नाम पता अभियुक्त*
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*रवि उर्फ चवन्नी उर्फ ओमप्रकाश पुत्र मन बहादुर निवासी म0नं0 307, बी ब्लाॅक, हर्ष विहार-2, भोपुरा साहिबाबाद जिला गाजियाबाद उत्तरप्रदेश।*
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*पूछताछ का विवरण*
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में अभियुक्त ओमप्रकाश उर्फ चव्वनी ने बताया कि घटना के दिन हम पांचो ने दिन के समय दुकान देख ली थी व रात्रि के समय हम लोग पीछे के रास्ते दुकान की छत में चड़कर दुकान में घुसे थे तथा दुकान के अन्दर रखे पंखे, बिजली के तार व काफी सारे रूपये चोरी कर लिये थे। राहुल व नितिन ने मुझे 20-30 हजार रूपये एक थेली में अन्य सामान के साथ डालकर दिया था व कहा कि बाकी रूपये बाद में बांटेगे, जिसके दो तीन दिन बाद में दिल्ली आ चला गया था, रूपयों के साथ थेले के अन्दर एक पासपोर्ट, चैक व एक स्टैम्प भी थी जिसे मैने लाजपतराय मार्ग ऋषिकेश स्थित एक टूटे मकान में छिपा दिया था तथा रूपये मैने अपनी मौज मस्ती में उड़ा दिये थे।