एक दोस्त दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत का प्रधानमंत्री और दूसरा सबसे पुराने लोकतंत्र अमेरिका का राष्ट्रपति, दोनों की मुलाकात में बेफिक्री भी दिखी और ठहाके भी
नई दिल्ली । ‘इनकी अंग्रेजी बहुत अच्छी है, लेकिन ये बात करना ही नहीं चाहते..’ एक दोस्त के इतना कहते ही दूसरा दोस्त जोर से हंस पड़ा। दोनों ने एक-दूसरे के हाथों को गर्मजोशी से पकड़ लिया। एक ने दूसरे के हाथों पर दोस्ती में रची-बसी हल्की सी चपत भी लगा दी और कुछ देर तक हंसी गूंजती रही। एक दोस्त दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत का प्रधानमंत्री और दूसरा सबसे पुराने लोकतंत्र अमेरिका का राष्ट्रपति। फ्रांस के खूबसूरत शहर बायरिट्ज में सोमवार को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुलाकात हुई। मेजबान फ्रांस के विशेष आमंत्रण पर जी-7 सम्मेलन में हिस्सा लेने पहुंचे मोदी ने यहां कई देशों के प्रमुखों से मुलाकात की। इस दौरान ट्रंप और मोदी की मुलाकात का इंतजार सबको था। इस मुलाकात पर दुनियाभर की निगाहें टिकी थीं। यह मुलाकात इसलिए भी अहम हो गई थी, क्योंकि पिछले महीने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से मुलाकात के दौरान कश्मीर मसले पर ट्रंप के बयान से हालात कुछ तल्ख हो गए थे। लेकिन जैसे ही फ्रांस में मोदी और ट्रंप की मुलाकात आगे बढ़ी, ट्रंप को लेकर पिछले कुछ दिनों में बनी अविश्वास की छवि भी साफ होती दिखी। मुलाकात में दोनों नेताओं की सहजता से ऐसा लगा मानो पुराने दोस्त कई दिन बाद मिले हों।
दिख रहा था फर्क मोदी-ट्रंप की बेफिक्र और खिलाखिलाहट भरी बातचीत के बाद ट्रंप-इमरान की मुलाकात से इसकी तुलना भी स्वाभाविक है। एक ओर ट्रंप से मिलने अमेरिका पहुंचे इमरान पूरी बातचीत में नर्वस दिखाई दिए थे, तो दूसरी ओर मोदी आत्मविश्वास से भरे मजबूत नेता के तौर पर दिखे। ट्रंप से मुलाकात के दौरान इमरान कई बार अपनी शेरवानी ठीक करते रहे थे। मुलाकात में दोनों नेताओं का रवैया भी काफी हद तक औपचारिक ही दिखा था। वहीं, मोदी और ट्रंप की मुलाकात दो दोस्तों की मुलाकात थी। ऐसा लग रहा था मानो पुराने दोस्त कई दिन बाद मिले हों। मोदी-ट्रंप की बातचीत में गंभीरता थी, हंसी थी, ठहाका था, मजाक था और एक-दूसरे के लिए सम्मान की झलक भी। दो अलग-अलग देश के नेताओं के बीच ऐसी गर्मजोशी और बेतकल्लुफी कम ही देखने को मिलती है।
इस बात पर लगा ठहाका
दोनों नेताओं की बातचीत के दौरान उस वक्त ठहाका लग गया, जब ट्रंप ने मोदी की अंग्रेजी की तारीफ की। हुआ यूं कि बातचीत के दौरान मोदी ने उपस्थित लोगों से कहा, ‘मुझे लगता है कि हम दोनों को बात करने दीजिए। हम दोनों बात करते रहेंगे। जब जरूरत पड़ेगी, आप लोगों तक जरूर जानकारी पहुंचाएंगे।’ मोदी के इतना कहते ही ट्रंप ने बात काटते हुए कहा, ‘मोदी असल में बहुत अच्छी अंग्रेजी बोलते हैं, लेकिन वह बस बात करना नहीं चाहते हैं।’ इतना कहते ही दोनों ने स्कूली दिनों के दोस्तों की तरह एक-दूसरे का हाथ थाम लिया और महफिल में ठहाका लग गया।
सोशल मीडिया में छाई रही मुलाकात मोदी-ट्रंप की यह बेतकल्लुफ मुलाकात कुछ ही देर में मुख्यधारा की मीडिया से लेकर सोशल मीडिया तक, हर जगह छा गई। लोग ट्रंप और इमरान की मुलाकात से भी इसकी तुलना करते देखे गए। एक यूजर ने लिखा, ‘मोदी ने चपत तो ट्रंप के हाथ पर लगाई, लेकिन चोट इमरान को लगी होगी।’ सोशल मीडिया पर तमाम यूजर इस मुलाकात पर अपनी-अपनी तरह से कमेंट कर लुत्फ उठाते दिखे।