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दून उद्योग व्यापार मंडल की व्यपारी हितों को लेकर एक महत्वपूर्ण वर्चुअल बैठक हुई सम्पन्न

देहरादून। आज दिनाँक 22 मई 2021 दोपहर दून उद्योग व्यापार मंडल ( प्रान्तीय उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल से सम्बद्ध ) की व्यपारी हितों को लेकर विभिन्न विषयों पर  एक महत्वपूर्ण वर्चुअल बैठक सम्पन्न हुई। जिसमे कार्यकारिणी सदस्यों द्वारा विशेषतन व्यापारियों की पीड़ा के बारे में सरकार को संज्ञान लेने के विषय पर चर्चा हुई। *_जी• एस• टी•/पेनल्टी , इनकम टैक्स, पानी के बिलों का बोझ, बढ़े हुईं बिजली दरें/सरचार्ज, हाउस टैक्स के बिल, टेलीफोन कंपनियों के बिल, बैंकों की किश्ते एवं पेनल्टी लेट फीस इत्यादि जैसे ठोस मुद्दो पर चर्चा की गईं।_* *- बोझ को कम करे सरकार/समय अवधि बढ़ाई जाए:* पदाधिकारियों का कहना है कि जी• एस• टी• एवं इनकम टैक्स में जो मोहलत अभी तक दी गईं है उसको कम से कम 6 महीनों के लिए और आगे बढ़ाने के बारे में सरकार कार्य करे क्योकि व्यापारी दुःखी है। बैंकों द्वारा किश्तों के बोझ तले दबा हुआ है, बैंकों द्वारा किश्तों के लिए दबाव, पेनेल्टी की चोट। जिस प्रकार मोरेटोरियम लागू हुआ था उसमें ब्याज पर ब्याज वाली स्तिथि से लोन अवधि प्रभावित हुई है एवं व्यापारी और बोझ तले दबा हुआ महसूस कर रहा है। किसी प्रकार से उठने के चेष्ठा करता है तो बिजली की दरें बढा दी जाती है, पानी के अब 8 महीनों के एक साथ बिल आने की खबरों से और आर्थिक दबाव महसूस कर रहा है। *- व्यापारियों को फ्रंट लाइन वारियर का मिले दर्जा और व्यापरियों का जल्द करे वैक्सीनेशन:* पदाधिकरियों का यह भी कहना है कि अभी पिछले लोकडाउन से ही व्यापार पटरी पर नही आ पाया था कि प्राकृतिक आपदा कोविड पुनः सक्रियता के साथ वापिस आया और देश विदेश में ढेरों जिंदगियां लील गया। इसी क्रम में हमारे कुशल व्यापारियों को भी अपनी जिंदगी से हाथ धोना पड़ा और लगभग 200 से अधिक व्यापारी अब हमारे बीच मे नही है परंतु हम हार नही मानेंगे, अब उन परिवारों के साथ दून उद्योग व्यापार मंडल और दृढ़ता के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है और सरकार से निवेदन करता है कि व्यापारियों के प्रति अपना समर्पण दिखाये और उनकी सुरक्षा हेतु वैक्सीनेशन जल्द से जल्द करवाने का कष्ट करें। जिस प्रकार डॉक्टरों को फ्रंट लाइन वारियर्स मानते हुए वैक्सीनेशन प्रथम श्रेणी में रखते हुए किया गया है। उसी प्रकार जब बाजार खुले उससे पूर्व ही व्यापारियों को भी अग्रिम श्रेणी में रखते हुए वैक्सीनेशन जल्द से जल्द पार्षद स्तर से किया जाए। ताकि व्यापारी अपना व्यपार भी एवं परिवार भी सकुशल देख सके। अतः हम अपने व्यापारियों के जीवन रक्षा हेतु संकल्पित है। *- स्कूलों के तुगलगी फरमान से मिले निजात:* व्यापारी एक अभिवावक भी है इस बात को भी संज्ञान में रखने की आवश्यकता है। बच्चो के भविष्य से खिलवाड़ न हो। जो स्कूल बिल्डिंग फण्ड के नाम पर कोविड काल मे एक बोझ के रूप में मानसिक पीड़ा प्रदान करने का कार्य कर रहे है उन पर कठोर कार्यवाही करने की कृपा करें। व्यापारी किस प्रकार अपनी जिंदगी का गुजर बसर कर रहा है इसको मानवता की दृष्टि से जरूर देखें। व्यपारियों की हर कदम पर अनदेखी ठीक नही है। *- आर्थिक दबाव बन रहा मानसिक परेशानियों का कारण:* बिजली की बढ़ी दरें फिलहाल एक साल तक न लगाएं, हाउस टैक्स के बिल भुगतान हेतु समय दे, जी•एस•टी• भुगतान में और अधिक समय देने में सहयोग करे, बैंकों की किश्तों में पेनल्टी पर हो छूट,फोन कंपनियों द्वारा बिल भुगतान में समय अवधि बढ़ाये, लेट फीस इत्यादि पर छूट प्रदान की जाए। इन सभी के भुगतान हेतु कम से कम व्यापारी को उठाने में सहायक बने न कि उन्हें और मजबूर करें कि व्यपारी क्षुब्ध हो जाये। *-किश्तों का बोझ झेलने में सक्षम नही :* मध्यम वर्गीय व्यापारी की कमर टूट चुकी है। जिन्होंने लोन/ लिमिट लेकर बैंकों से पुनः अपना किसी तरह से व्यापार सुचारू करने का प्रयास किया था वो अब परेशान है। हमारी प्रदेश सरकार से मांग है कि केंद्र सरकार को अवगत करवाये की व्यापारियों के व्यापार बंद है और व्यापारियों द्वारा ही राजस्व में सहयोग किया जाता है। आज व्यपारी आर्थिक तंगी की चपेट में है जो केवल प्राकृतिक आपदा के चलते हुआ है,व्यपारी इसके चलते किश्तों को किस प्रकार सरलता के साथ भुगतान कर सके इस हेतु केंद्र सरकार *आर बी आई* द्वारा सकारात्मक तरीका जल्द से जल्द लाकर व्यापारियों को कम से कम 6 महीनों के लिए कुछ राहत प्रदान करने हेतु खाखा तैयार करे। व्यापारियों से हर प्रकार के टैक्स तो लिया जाता है और व्यापारी समय अनुसार उसका भुगतान भी करता आया है परंतु इस समय उसको सरकार की ओर से छूट की आवश्यकता है जिसको सरकार को सोचना ही होगा। *-व्यपारी अपनी ओर से है सावधान:* व्यापारी वर्ग का कहना है कि उनकी तरफ से किसी प्रकार की कोई ठील नही बरती जाएगी कोविड नियमावली के प्रति। सभी डबल मास्क, सैनिटाइजर का प्रयोग, दो गज दूरी इत्यादि का प्राथमिकता के साथ पालन करने हेतु संकल्पित है। *-बाजारों में भीड़ रोकने हेतु प्रशासन करे मदद:* बाजार में भीड़ उत्पन्न न हो इसके लिए पुलिस प्रशासन मदद करे। बाज़ारो में अधिक भीड़ का नियंत्रण पुलिस द्वारा ही किया जाए। *- व्यपारी कोरोना काल में भी कर रहे सेवा:* व्यापारी सदैव सरकार के साथ खड़ा है एवं पिछले कोविड काल के समय को देखे तो व्यपारियो ने एक जुट होकर राशन,पका हुआ भोजन,पशुओं के लिए चारा, दवाएं इत्यादि निःशुल्क सेवा करते हुए सम्पूर्ण रूप से आपने संसाधनों की मदद से आमजनमानस की सेवा करने में कोई कसर नही छोड़ी। आज की स्तिथि का आकलन किया जाए तो भी व्यापारियों द्वारा प्लाज्मा डोनेशन, ऑक्सिजन सिलिंडर इत्यादि की सेवा की जा रही है। *आगे भी व्यपारी सेवा करने से पीछे नही हटने वाला।* उक्त वर्चुअल बैठक में : संग्रक्षक श्री अनिल गोयल जी, अध्यक्ष श्री विपिन नागलिया जी, कार्यकारी अध्यक्ष श्री सिद्धार्थ उमेश अग्रवाल जी, महासचिव श्री सुनील मेसोंन जी, उपाध्यक्ष श्री डी.डी. अरोड़ा जी,मीडिया प्रभारी डॉ देवेंद्र ढल्ला जी,श्री विजय कोहली जी,श्री पीयूष मौर्या जी,श्री राजेश बडोनी जी व अन्य कार्यकारिणी सदस्य उपस्थित रहे।

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