बालिकाओं को व्यवासायिक एवं तकनीकि रूप से प्रशिक्षित करने के डीएम ने दिए निर्देश
देहरादून। जिलाधिकारी सोनिका की अध्यक्षता में जिलाधिकारी शिविर कार्यालय में महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास विभाग की ‘‘ बेटी बचाओ-बेटी पढाओ’’ बैठक का आयोजन किया गया। जिलाधिकारी ने बालिकाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए स्थानीय परम्परा एवं संस्कृति से जोड़ते हुए उनकी रूचि के अनुसार प्रशिक्षण एवं आत्मरक्षा हेतु प्रशिक्षित करने के भी निर्देश दिए।
बैठक में जिलाधिकारी ने बालिकाओं को शिक्षित बनाने तथा उनको रोजगार परक कौशल विकास प्रशिक्षण दिलाये जाने के लिए प्रभावी योजना बनाने के निर्देश सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों को दिए। साथ ही बालिकाओं को पढाई’-लिखाई के साथ-साथ उनकी रूचि के अनुसार व्यवासायिक एवं तकनीकि रूप से प्रशिक्षित करने तथा जो बालिकाएं आगे की पढाई करना चाहती हैं उनके लिए स्कॉलरशिप की व्यवस्था के साथ विभिन्न संस्थाओं से इस कार्य मे सहयोग लिया जाए। उन्होंने निर्देश दिए की शुरूआत में अनाथ एवं गरीब बालिकाओं एवं अनुसूचित जाति एवं जनजाति की बालिओं का चिन्हित करें। उन्होंने निर्देश दिए कि ग्रोथ सेन्टर बनाते हुए बालिओं को तकनीकि व्यवसायिक प्रशिक्षण के साथ ही स्थानीय परम्परा, संस्कृति, कला, मांगल गायन, वाद्य यंत्र वादन, वॉल पेन्टिंग, वाहन चलाना, मैकेनिक, डिजाईनिंग, आदि रूचि के अनुसार रोजगारपरक प्रशिक्षण दिया जाए, जिससे आगे चलकर उनकी आर्थिकी मजबूत हो तथा वह आत्मनिर्भर बन सके। उन्होंने ऑनलाईन व्यवसायिक प्रशिक्षण की भी व्यवस्था बनाने पर बल दिया तथा बालिकाओं की सुरक्षा के दृष्टिगत पुलिस के सहयोग से आत्मरक्षा का भी प्रशिक्षण दिलाये जाने के निर्देश दिए।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी सुश्री झरना कमठान, अपर जिलाधिकारी प्रशासन डॉ0 एस के बरनवाल, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ दिनेश चौहान, जिला पंचायतीराज अधिकारी एम.एम खान, सहायक निदेशक बी.सी नेगी, जिला कार्यक्रम अधिकारी बाल विकास अखिलेश मिश्रा, सहायक श्रम आयुक्त सुरेश चन्द्र आर्य, पुलिस क्षेत्राधिकारी पल्लवी त्यागी, महाप्रबन्धक जिला उद्योग केन्द्र अंजली रावत, जिला सेवायोजन अधिकारी अजय सिंह सहित सम्बन्धित अधिकारी एवं कार्मिक उपस्थित रहे।