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दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान ने 11वां ‘वार्षिक संतुलन अवाड्र्स’ कार्यक्रम रद्द किया
देहरादून। दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा देहरादून के ओ.एन.जी.सी. ऑडिटोरियम में किये जाने वाले 11वें वार्षिक संतुलन अवार्ड कार्यक्रम को कोरोना (कोविड-19) से बचाव हेतु सरकार का सहयोग करते हुए रद्द कर दिया गया। यद्यपि, संस्थान के संस्थापक एवं संचालक आशुतोष महाराज के निष्काम शिष्यों द्वारा किये गए प्रयासों के पश्चात् अकस्मात् निरस्तीकरण का दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान को खेद है, परन्तु विश्व शांति की स्थापना हेतु कार्यरत मिशन दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान की प्राथमिकता जनता की सुरक्षा एवं स्वास्थ्य ही है।
संतुलन द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष में मार्च में ऐसी चुनिन्दा अनुकर्णीय महिलाओं को प्रतिवर्ष सम्मानित किया जाता हैद्य जो समाज में नारी सशक्तिकरण की मिसाल है और इस वर्ष भी संयुक्त राष्ट्र के 2020 थीम “ईच फॉर इक्वल” का सहयोग करते हुए संस्थान द्वारा 11वें वार्षिक संतुलन अवार्ड्स का आयोजन 7 राज्यों महाराष्ट्र, हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और राजस्थान में किये जाने के प्रयास थे। दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान के लिंग समानता कार्यक्रम संतुलन की ‘वार्षिक संतुलन अवार्ड्स’ पहल को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस संस्था द्वारा समाज में सार्थक बदलाव लाने के लिए 2019 ‘ग्रासरूट इम्पैक्ट’ की श्रेणी में ‘बेस्ट प्रैक्टिस’ का सम्मान प्रदान किया जा चुका है। भारत के लिए ये गौरव की बात है कि इस श्रेणी में पूरे विश्व से दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान के संतुलन कार्यक्रम को चुना गया द्य इस चुनाव का मुख्य आधार गुरुदेव आशुतोष महाराज जी की आध्यात्मिक जाग्रति द्वारा लिंग समानता स्थापित करने की विचारधारा रही है।
संस्थान का लिंग समानता कार्यक्रम संतुलन, राष्ट्रीय स्तर पर अपनी दो पक्षीय विचारधाराय एक, महिलाओं के संग हर प्रकार की हिंसा व पक्षपात का विरोध और दूसरा, महिलाओं का सम्पूर्ण सशक्तिकरणय के आधार पर कार्यरत है। दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान, विश्व में शांति एवं बंधुत्व की स्थापना हेतु कार्यरत एक सामाजिक आध्यात्मिक संस्थान है जो अपने 9-बिंदु अभियान द्वारा समाज में व्यापक परिवर्तन ला रहा है।