विकलांग दिवस पर दिव्यांगों को सम्मानित किया गया
देहरादून। जिलाधिकारी डाॅ आशीष कुमार श्रीवास्तव द्वारा विश्व दिव्यांग दिवस के अवसर पर जनपद के दक्ष दिव्यांग खिलाड़ी, दक्ष दिव्यांग कार्मिक और अपने स्वरोजगार के लिए विशेष प्रयास करने वाले 12 दिव्यांगजनों को पुरस्कृत किया गया। उधमसिंहनगर से संपादित मुख्य राज्यस्तरीय दिव्यांगजन पुरस्कार कार्यक्रम में समाज कल्याण मंत्री यशपाल आर्य द्वारा कार्यक्रम की शुरूआत की गई तथा सभी जनपदों को वीडियोकान्फे्रसिंग के माध्यम से सम्बोधित किया गया। इसी कड़ी में जनपद में जिलाधिकारी और मुख्य विकास अधिकारी नितिका खण्डेलवाल द्वारा ऐसे 12 दक्ष दिव्यांगजनों को 5 हजार रूपये की धनराशि, प्रशस्ति पत्र तथा इम्यूनिटी बुस्टर देकर सम्मानित किया गया, जिनमें दक्ष दिव्यांग खिलाड़ी श्रेणी में नीरजा गोयल, प्रखर चमोली, दक्ष दिव्यांग कर्ममचारी श्रेणी में कुशल सिंह पुण्डीर, बलवन्त सिंह, गीता सोनी, ममता, प्रियंका गर्ग एवं विशाल पंचोली, सर्वश्रेष्ठ सेवायोजक सत्य साई सेवा आश्रम समिति देहरादून, स्वतः रोजगार में रत दिव्यांग श्रेणी में मौ जूबैर, अब्दुल एवं फुरकान शामिल है।
सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी पी.एस रावत द्वारा दिव्यांगजनों को ब्रिफ करते हुए कहा कि यदि कोई भी ऐसा दिव्यांग जो 01 जनवरी 2021 को अपनी आयु 18 वर्ष पूरी कर चुके हैं तथा अभी तक मतदाता सूची में नाम दर्ज नही किया है तो वह सम्बन्धित बीएलओ, ब्लाॅक स्तर पर अथवा जिला निर्वाचन के टोल फ्री नम्बर 0135-1950 अथवा 0135-2624216 पर फोन करके मतदाता सूची में अपना नाम दर्ज करवा सकते है अथवा किसी भी प्रकार की क्वेरी पूछ सकते है। विदित है कि संयुकत राष्ट्र संघ द्वारा दिव्यांगजनों को समाज में उचित सम्मान, सहभागिता और अवसर देने के लिए 1992 से विश्व दिव्यांग दिवस का आयोजन किया जा रहा है। भारत में भी लगभग 15 प्रतिशत् के आसपास दिव्यांग जनसंख्या है तथा विश्वभर में दिव्यांगजन सबसे अधिक माइनरिटी वाला समुदाय हैं। केन्द्र सरकार व राज्य सरकार द्वारा दिव्यांगजनों के लिए अनेक प्रकार की सुविधाएं प्रदान रकने के लिए अनेक कार्यक्रम, योजनाएं और नियमों में व्यापक प्रावधान किए गए हैं। राज्य सरकार द्वारा क्षैतिज आरक्षण में दिव्यांगजनों का 3 प्रतिशत् से बढाकर 4 प्रतिशत् प्रावधान किया गया है। 122 करोड रूपये बजट का प्रावधान किया गया है। दिव्यांगजन पेंशन 1000 रूपये से बढाकर 1200 रूपये की गई है। 18 वर्ष से कम उम्र के दिव्यांगजनों को 700 रूपये प्रतिमाह भरण पोषण भत्ते का प्रावधान रखा गया है। दिव्यांगजन के विवाह के लिए विशेष अनुदान राशि के रूप में 25000 (पच्चीस हजार) रूपये की धनराशि का प्रावधान रखा गया है।