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देश के उत्तरी राज्यों में बारिश का कहर थमने का नहीं ले रहा नाम

नई दिल्ली । देश के उत्तरी राज्यों में बारिश का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। पंजाब में बाढ़ के खतरे को देखते हुए सेना को तैयार रहने को कहा गया है और जिला प्रशासन को भी पर्याप्त मात्रा में नावें तैयार रखने को कहा गया है। बारिश से सबसे ज्यादा परेशानी पहाड़ी राज्यों में है। हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश, बर्फबारी के बाद सोमवार को भूकंप का हल्का झटका भी लगा। पंजाब व हरियाणा, उत्तराखंड में भारी बारिश के कारण फसलों को खासा नुकसान हुआ है। पंजाब, जम्मू-कश्मीर व हिमाचल के कई क्षेत्रों में अगले आदेश तक स्कूल बंद कर दिए गए हैं। सोमवार को बर्षाजनित हादसों मे जम्मू-कश्मीर, हिमाचल और हरियाणा में आठ की मौत हो गई। जम्मू-कश्मीर के डोडा में भूस्खलन से एक ही परिवार के पांच की मौत हो गई। मरने वाले सभी बच्चे हैं।

दूर रहें नदी-नालों से :  हिमाचल के कुल्लू में हालात बिगड़ते देख हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। यहां लोगों को नदी और नालों से दूर रहने को कहा गया है। कुल्लू में भारतीय वायुसेना की टीम पिछले 24 घंटों में 21 लोगों को बचा चुकी है। यहां पानी के तेजबहाव में एक वॉल्वो बस के बह जाने की सूचना है। कांगड़ा जिले में नदी-नाले उफान पर हैं। ब्यास नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। राज्य के ऊंचाई वाले इलाकों लाहुल स्पीति, रोहतांग में बर्फबारी से न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। केलंग में न्यूनतम तापमान माइनस दो डिग्री तक पहुंच गया है। सिरमौर में सोमवार दोपहर हल्का भूकंप आया। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 3.7 मापी गई।

पंजाब-हरियाणा में फसलों को नुकसान :  पंजाब, हरियाणा व चंडीगढ़ में लगातार बारिश से धान व कपास की तैयार खड़ी फसलों को नुकसान पहुंचा है। पड़ोसी राज्यों हिमाचल व उत्तराखंड के कई हिस्सों में भारी बारिश के कारण पंजाब में सतलज, ब्यास व रावी किनारे के जिलों व हरियाणा के यमुना किनारे के जिलों में अलर्ट जारी किया गया।

उत्तराखंड में भारी चारधाम यात्रा बाधित :  उत्तराखंड में भारी बारिश से बद्रीनाथ, केदारनाथ, यमुनोत्री के सड़क मार्ग बंद हो गए। इससे चारधाम यात्रा बाधित हो गई। देहरादून, हरिद्वार, पौडी, उत्तरकाशी, रद्रप्रयाग, चमौली, टिहरी, पिथौरागढ़ व बागेश्वर में बारिश हुई। पड़ावों पर फंसे 1340 यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। कैलास मानसरोवर यात्रा पूरी कर पिथौरागढ़ के गुंजी पहुंचे आखिरी दो दल में शामिल 49 यात्री तीसरे दिन भी फंसे रहे। मौसम की खराबी की वजह से उन्हें लाने के लिए पिथौरागढ़ से हेलीकॉप्टर उड़ान नहीं भर पाए।

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