कर्नाटक: सियासी ड्रामा अभी भी जारी है; डिप्टी सीएम के लिए खींचतान जैसी स्थिति
नई दिल्ली। जिस किसी को भी यह लग रहा था कि बीएस येद्दयुरप्पा के इस्तीफे के साथ ही कर्नाटक का सियासी ड्रामा खत्म हो गया है उन्हें अपनी राजनीतिक समझ पर फिर से गौर करना चाहिए। क्योंकि भले ही ऐसा लगता हो कि कर्नाटक का सियासी ड्रामा खत्म हो गया है, लेकिन यह लंबे वक्त तक चलने वाला है। फिलहाल तो बुधवार को कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस सरकार के गठन से पहले राज्य में डिप्टी सीएम के पद को लेकर पेंच फंसता नजर आ रहा है। पहले लिंगायत और फिर कांग्रेस के बाद अब मुस्लिम समुदाय ने भी इस पद के लिए दावेदारी पेश कर दी है। मुस्लिम समुदाय का कहना है कि उपमुख्यमंत्री का पद किसी मुस्लिम को मिलना चाहिए। वैसे तो अभी विधानसभा स्पीकर और डिप्टी सीएम को लेकर चर्चा जारी है। कर्नाटक से मिल रही ताजा खबरों के अनुसार राज्य विधानसभा में स्पीकर का पद कांग्रेस को मिल सकता है। सूत्रों के हवाले से मिल रही खबरों के अनुसार फिलहाल कांग्रेस ने इस पद के लिए अपने किसी नेता का नाम तय नहीं किया है, लेकिन यह तय है कि स्पीकर कांग्रेस का ही होगा। वहीं कांग्रेस ने सरकार में दोनों डिप्टी सीएम अपनी पार्टी के नेताओं को बनाने की मांग की हुई है, लेकिन जेडीएस ने इस पर चुप्पी साध रखी है। राज्य के मुस्लिम समूह ने भी एक उपमुख्यमंत्री मुस्लिम विधायक को बनाने की मांग की है। संगठन का कहना है कि सात बार से विधायक रहे रोशन बेग को नई सरकार में उपमुख्यमंत्री का पद दिया जाना चाहिए। समाज की इस मांग को लेकर विधायक रोशन बेग ने कहा कि इसमें क्या हर्ज है। अगर दूसरे समुदाय के लोग यह मांग कर सकते हैं तो हम क्यों नहीं? वैसे भी अंतिम फैसला तो हाईकमान को ही लेना है। इससे पहले लिंगायत समुदाय ने भी किसी लिंगायत नेता को उपमुख्यमंत्री बनाने के लिए कुमारस्वामी को चिट्ठी लिखी थी। कर्नाटक में कांग्रेस और जदएस गठबंधन की सरकार 23 मई को शाम 4.30 बजे विधानसभा में शपथ लेगी। उससे पहले दोनों दलों के बीच डिप्टी सीएम, मंत्री और विभागों के बंटवारे को लेकर चर्चा हुई। सूत्रों के मुताबिक, उपमुख्यमंत्री के दोनों पदों पर कांग्रेस अपने वरिष्ठ नेता परमेश्वरन और डीके शिवकुमार को बैठाना चाहती है। दरअसल यह सारी कवायद खेमों में बंटी कांग्रेस पार्टी को एकजुट रखने की है। खासकर ऐसे समय जब पार्टी विधायकों के तोड़फोड़ की कोशिश की जा रही है। खबरों के अनुसार उपमुख्यमंत्री पद के लिए दोनों दलों के बीच मंगलवार को बेंगलुरु में बैठक हो सकती है। इस बीच कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा है कि राज्य में सरकार बनाने के लिए फ्लोर टेस्ट और स्पीकर का चुनाव पहले होगा, उसके बाद मंत्रीमंडल और उनके पोर्टफोलियो पर चर्चा होगी।