दिल्ली में चाईनीज मांझे पर पूर्ण रूप से रोक, मासूमों की मौत का बन रहा कारण चाईनीज मांझा
नई दिल्ली। दिल्ली में चाइनीज मांझे से हाल ही में हुई मौतों का मुद्दा सोमवार को विधानसभा में उठा मुद्दा। विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल ने मुख्य सचिव को एक उच्चस्तरीय समिति का गठन कर मामले की जांच कराने का दिया आश्वासन। रामनिवास गोयल ने कहा कि पता लगाएं कि प्रतिबंध के बावजूद चाइनीज मांझा दिल्ली में बिका कैसे? उन्होंने दोषी लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के दिए आदेश भी दिए हैं। दरअसल, सोमवार को विशेष उल्लेख नियम 280 के तहत सत्ता पक्ष के कुछ विधायकों ने दिल्ली में चाइनीज मांझे से हो रही मौतों का मुद्दा उठाया। सदस्यों ने कहा कि चाइनीज मांझे से हाल ही में कई मौतें हुई हैं। जबकि यह दिल्ली में प्रतिबंधित है।
जन्माष्टमी के दिन मासूम बच्ची की मौत बता दें कि शनिवार को जन्माष्टमी के दिन सोनिया विहार पांचवा पुश्ता की रहने वाली एक मासूम बच्ची की मौत हो गई थी। बच्ची पिता के साथ पूजा के लिए मंदिर जा रही थी। पुलिस के अनुसार, इशिका अपने परिवार के साथ सोनिया विहार पांचवा पुश्ता रहती थी। शनिवार को इशिका ने अपने पिता गिरीश से इच्छा जताई कि उसे हनुमान मंदिर जाकर पूजा करनी है। गिरीश शाम साढ़े छह बजे इशिका को बाइक पर आगे बैठाकर घर से यमुना बाजार हनुमान मंदिर के लिए निकले। जैसे ही वह सोनिया विहार पुश्ता रोड से वजीराबाद रोड पहुँचे, तभी अचानक बाइक के आगे चाइनीज़ मांझा आ गया। मांझे से इशिका की गर्दन कटती चली गई, जब इशिका की गर्दन से खून बहा तब गिरीश को गर्दन कटने का पता चला। उन्होंने तुरंत बाइक रोकी, लेकिन तबतक बच्ची की आधी गर्दन कट चुकी थी। आनन फानन में बच्ची को शास्त्री पार्क स्थित जग प्रवेश चंद अस्पताल में भर्ती करवाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
प्रतिबंध के बावजूद बिक रहा है मांझा दिल्ली हाई कोर्ट ने दिल्ली में चाइनीज़ मांझे पर रोक लगाई हुई है, इसके बावजूद इस स्वतंत्रता दिवस पर दिल्ली में चाइनीज़ मांझा धड़ल्ले से बिका। दिल्ली में पहली बार नहीं है जब चाइनीज़ मांझे से किसी की जान गई हो, एक सप्ताह पहले ही उत्तर पश्चिमी इलाके में एक बाइक सवार युवक की मांझे से कटने से मौत हुई थी। उसके बाद भी न तो पुलिस जागी और न ही दिल्ली सरकार।