दिल्ली में BJP महिला मोर्चा की कार्यकर्ता व उनके बेटे को मारी गोली
नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में दिनोंदिन कानून व्यवस्था खराब होती जा रही है और इसको लेकर दिल्ली पुलिस कटघरे है। ताजा मामले में दिल्ली के कंझावला इलाके में शुक्रवार सुबह 06.30 बजे के आसपास भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा की कार्यकर्ता राजरानी और इनके बेटे नेत्रपाल को इनके रिश्तेदार ने गोली मार दी। जहां राजरानी का पैर जख्मी हुआ है तो बेटे नेत्रपाल के हाथ और पेट में गोली लगी है। दोनों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां पर उनका इलाज किया जा रहा है।
बिगड़ती कानून व्यवस्था पर शीला ने एलजी से की हस्तक्षेप की मांग यहां पर बता दें कि दिल्ली की बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष शीला दीक्षित के नेतृत्व में पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने बृहस्पतिवार को उपराज्यपाल अनिल बैजल से मुलाकात की। इस मुलाकात में उन्होंने उपराज्यपाल से इस संबंध में तुरंत हस्तक्षेप करने की मांग की। शीला ने कहा कि पिछले कुछ सप्ताह से दिल्ली में लगातार जघन्य अपराध हो रहे हैं, जिनमें से कुछ तो दिल को दहलाने वाले हैं, जबकि दिल्ली पुलिस मूकदर्शक बनकर खड़ी है। प्रदेश कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने उपराज्यपाल को एक ज्ञापन भी सौंपा जिसमें राजधानी में हाल के सप्ताह में हुए जघन्य अपराधों के विवरण में दर्जन भर से अधिक हत्याएं, गोलीबारी, झपटमारी और डकैती की ऐसी घटनाओं की जानकारी है, जिनके कारण दिल्ली रहने के लिए असुरक्षित हो गई है। कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने उपराज्यपाल से दिल्ली को नागरिकों के रहने लायक सुरक्षित बनाने के लिए शीघ्र उचित कदम उठाने की अपील की। बैठक के बाद शीला ने कहा कि उपराज्यपाल ने कानून व्यवस्था पर आधारित हमारी बातों को ध्यान से सुना और राजधानी में लगातार बढ़ते अपराधों की दर को कैसे नियंत्रित किया जाए, इसके बारे में सुझाव भी लिए। शीला ने कहा कि बैजल ने प्रतिनिधिमंडल की बातों को ध्यानपूर्वक सुना। वह खुद भी इस बारे में चिंतित थे। शीला के मुताबिक उपराज्यपाल ने वादा किया है कि वह शीघ्र ही कानून व्यवस्था पर नियंत्रण कर सभी के सहयोग से दिल्ली को बेहतर बनाएंगे। उपराज्यपाल ने आश्वासन दिया है कि जहां कहीं भी कानून व्यवस्था कमजोर है, वहां सुधार करने के लिए उचित कदम उठाए जा रहे हैं और शीघ्र ही कानून व्यवस्था में सुधार होंगे। प्रतिनिधिमंडल में प्रदेश के कार्यकारी अध्यक्ष हारून यूसुफ और राजेश लिलोठिया, पूर्व मंत्री डॉ. एके वालिया, मंगतराम सिंघल, रमाकांत गोस्वामी, डॉ. नरेंद्र नाथ, डॉ. किरण वालिया, प्रदेश प्रवक्ता जितेंद्र कुमार कोचर और पूर्व विधायक प्रहलाद सिंह साहनी शामिल थे।