Uttarakhand
डेढ़ माह के भीतर पहुंचे 7 लाख पैंतीस हजार से ज्यादा यात्री केदारनाथ
रुद्रप्रयाग। नौ मई को भगवान केदारनाथ के कपाट आम श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोले गये थे और 18 मई को देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने केदारपुरी पहुंचे। उन्होंने यहां पर एक रात्रि रूद्रा गुफा में विश्राम किया। प्रधानमंत्री नरेन्द मोदी के केदारनाथ आकर गुफा में ध्यान करने के बाद श्रद्धालुओं का तांता सा लग गया। यात्रियों के भारी संख्या में आने से मात्र 45 दिनों में ही वर्ष 2018 का रिकार्ड टूट गया। पिछले वर्ष 7 लाख 32 हजार 241 तीर्थयात्रियों ने भगवान केदारनाथ के दर्शन किये थे, जबकि इस इस वर्ष 22 जून तक 7 लाख 35 हजार से ज्यादा श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं। अभी यात्रा में चार माह का समय शेष है। बता दें कि केदारनाथ की यात्रा चार धामों में सबसे कठिन यात्रा है।
16 किमी का पैदल सफर तय करने के साथ ही यहां की भौगोलिक परिस्थिति काफी विकट है, जिस कारण भोले की यात्रा काफी कष्टदायक है। केदारनाथ यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं का आॅक्सीजन की भारी कमी से जूझना पड़ता है। पैदल चलने वाले तीर्थयात्रियों को 18 किमी का सफर तय करना पड़ता है, बावजूद इसके केदारनाथ में दर्शन करने वाले यात्रियो का रिकार्ड हर वर्ष बढ़ता जा रहा है। केदारनाथ आपदा के बाद शुरूआती वर्षो में जहां यात्रियों की संख्या काफी कम रही, लेकिन वर्ष 2017 के बाद संख्या में भारी बढ़ोत्तरी होने लगी। पहली बार केदारनाथ के इतिहास में एक दिन दर्शन करने वाले यात्रियों की संख्या 36 हजार से अधिक पहुंची। आपदा से पूर्व केदारनाथ दर्शन करने वाले यात्रियों की संख्या बद्रीनाथ की तुलना में लगभग आधा रहती थी, लेकिन गत वर्ष से संख्या मे ज्यादा अंतर नहीं है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के केदारनाथ दर्शनो को लगातार आने के बाद से यात्रियो की संख्या में भारी बढ़ोत्तरी हो रही है। जिलाधिकारी मगेश घिल्डियाल ने बताया कि केदारनाथ यात्रा का आंकड़ा आसमान छूं रहा है। पिछले वर्ष छः माह की यात्रा में सात लाख बत्तीस हजार तीर्थयात्रियों ने बाबा के दर्शन किये थे, मगर इस वर्ष यह आंकड़ा डेढ़ की यात्रा में ही पूरा हो गया है। अभी भी धाम में पांच से सात के लगभग तीर्थयात्री पहुंच रहे हैं। बरसाती सीजन खत्म होने के बाद अगस्त व सितम्बर माह में यात्रा फिर से बढ़ने लगेगी। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन यात्रियों को हरसंभव सहायता दे रहा है। यात्रा से रोजगार मिलने के साथ ही स्थानीय व्यापारियों को काफी फायदा हो रहा है।