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कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए लॉकडाउन तक एक अप्रैल से घर पर ही लगेगी बच्चों की क्लास

नई दिल्ली। कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए लॉकडाउन तक भले ही स्कूल बंद रहेंगे, लेकिन बच्चों की पढ़ाई एक अप्रैल से ही शुरु हो जाएगी। अभिभावकों की चिंताओं को समझते हुए सरकार बच्चों को अब घर बैठे ही पढ़ाई कराएगी। मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने इसका प्लान जारी कर दिया है। इस बीच बच्चों को जहां कोर्स से जुड़ी सारी अध्ययन सामग्री ऑनलाइन उपलब्ध कराई जाएगी, वहीं यू-ट्यूब, लाइव क्लासेज, वीडियो-आडियो व टेलीविजन के जरिए हर दिन क्लास भी आयोजित की जाएगी। मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने इस पूरी योजना को ठीक तरीके से संचालित करने के लिए CBSE, NCERT और NIOS को इसका जिम्मा सौंपा है। इसके साथ लाइव क्लास भी होगी जिसमें बच्चे सीधे सवाल भी पूछ सकेंगे, उसका जिम्मा केंद्रीय विद्यालय को सौंपा गया है। शिक्षक स्टूडियों में मौजूद रहेंगे और इस पूरी योजना के क्रियान्वयन पर मंत्रालय के सचिव खुद भी नजर रखेंगे।

अप्रैल के पहले हफ्ते का पूरा प्लान जारी इसके साथ ही मंत्रालय ने अप्रैल के पहले हफ्ते का पूरा प्लान जारी किया है। इसमें यह बताया है कि किस समय, किस कक्षा और कौन सा विषय पढ़ाया जाएगा। खास बात यह है कि इनमें लाइव कक्षाएं अभी सिर्फ सेकेंडरी और सीनियर सेकेंडरी की ही आयोजित होगी। योजना के जुड़े NIOS के चेयरमैन सीबी शर्मा ने बताया कि बच्चों को गुणवत्तापूर्ण और उपयोगी अध्ययन सामग्री उपलब्ध कराए को लेकर पूरा जोर है।

इन माध्यमों के जरिए पढ़ सकेंगे बच्चे मंत्रालय ने इस दौरान जो प्लान जारी किया है, उसमें सीबीएसई ने ‘दीक्षा पोर्टल’ तैयार किया है। इसमें सभी कक्षाओं के छात्रों और शिक्षकों के अध्ययन सामग्री मौजूद रहेगी। इसके साथ ही यह अलग-अलग राज्यों के बोर्ड के हिसाब से भी इस पर उपलब्ध कराई गई है। इसके अलावा ‘स्वयं पोर्टल’ पर भी पसंद और भाषा के आधार पर सभी विषयों के वीडियो और ऑडियो पाठ उपलब्ध रहेंगे। इस दौरान इस पोर्टल के जरिए बच्चों को आनलाइन टेस्ट का भी विकल्प दिया गया है। इसके साथ ही ‘स्वयं प्रभा’ टीवी के जरिए चैनेल-27, 28, 30 व 32 पर भी हर दिन सुबह, दोपहर और शाम को अलग-अलग विषयों की कक्षाएं आयोजित की जाएगी।

सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय से दखल देने की मांग की राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान (NIOS) ने इस बीच सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय से अनुरोध किया है कि वह बच्चों को घर बैठकर पढाई कराने के लिए शुरु किए स्वयं प्रभा के सभी चैनेलों को सभी केबल आपरेटरों से भी अनिवार्य रूप से दिखाने के लिए निर्देश दे। वैसे भी डीडी चैनेलों को सभी आपरेटरों को दिखाना जरूरी है, लेकिन वह इसे नहीं दिखा रहा है।

चिंता छोडि़ए, बच्चों का कालेजों में प्रवेश का नहीं छूटेगा मौका मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने इस दौरान उन अभिभावकों की चिंता भी दूर की है, जिनके बच्चों की अभी भी बोर्ड की परीक्षाएं बची हुई है। या फिर ऐसे लोग जो रिजल्ट में देरी के चलते कालेजों में प्रवेश न मिलने को लेकर चिंतित है। मंत्रालय ने कहा है कि ऐसे लोगों को बिल्कुल भी चिंता नहीं करना चाहिए। देश या विदेश कहीं भी कालेजों में प्रवेश का उनका कोई मौका उनका नहीं छूटेगा। वह स्थितियों पर नजर बनाए हुए है।

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