कोरोना एक वैश्विक महामारी है और इसे धर्म से जोड़कर नहीं देखना चाहियेः-महंत श्री सत्यनारायणगिरी जी
देहरादून। आई0एस0बी0टी0 से शिमला रोड़ होते हुए रतनपुर गांव से थोड़ी ही दूरी पर प्राचीन मानकसिंद्व पीठ मंदिर है जो कि मैन रोड़ से लगभग 2 किमी अंदर स्थित है हमारी एस0डी0 न्यूज टीम को वहां जाने का अवसर प्राप्त हुआ। चूंकि लाॅक डाउन के चलते मंदिर के द्वारा इत्यादि बंद थे लेकिन फिर भी हमने मंदिर के पुजारी व वहां के महन्तजी से बात करने की कोशिश की और उसमें हम कामयाब भी रहे। बातचीत के दौरान मंदिर के महंत श्री सत्यनारायण गिरी जी महाराज ने बताया कि यह सिद्वपीठ मंदिर अत्यंत प्राचीन है और देहरादून के चार सिद्व पीठों में से एक सिद्वपीठ मंदिर है। उन्होंने बताया कि मानकसिद्व मंदिर का नाम का अर्थ है जो मन की इच्छाओं को सिद्व कर,दे वही मानकसिद्व होता है, मानकसिद्व बाबा के रूप में यहां लोगों की मान्यता है। उन्होंने बताया कि जितने भी यहां के किसान लोग हैं वह अपनी फसल का पहला अनाज यहां लाते हैं और बाबा को भेंट चढाते हैं। लोक डाउन की स्थिति के बारे में पूछे जाने पर श्री महंतजी ने बताया कि मंदिर लोक डाउन घोषित होने तिथि बंद हैं और हम लोग नियमानुसार सुबह शाम की पूजा पाठ कर ही रहे हैं लेकिन हमारे को बाजार से पूजा के लिये जरूरी सामग्री की भी कमी हो रही है और चूंकि मंदिर का गेट बंद है इसलिये भक्तगण भी अब मंदिर नहीं आ रहे हैं। एक सवाल का जवाब देते हुए महंतजी ने बताया कि कोरोना एक वैश्विक महामारी है और इसे धर्म से जोड़कर नहीं देखना चाहिये और प्रत्येक भारतीय को लाॅक डाउन का सख्ती से पालन करना चाहिये।