कांग्रेसियों ने फूंका ऊर्जा विभाग का पुतला
देहरादून। महानगर कांग्रेस ने ऊर्जा विभाग में हुए 61 करोड़ रूपये के घोटाले के विरोध में ऊर्जा विभाग का पुतला दहन किया गया। महानगर अध्यक्ष लालचन्द शर्मा के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ऊर्जा विभाग के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए पुतला दहन किया। महानगर अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि ऊर्जा विभाग द्वारा अपनी चहेती नई दिल्ली की कम्पनी को लाभ पहुुंचाने के लिए सारे नियम कायदों को ताक पर रखते हुए विभाग को 61 करोड़ रूपये का चूना लगाया गया। उन्होंने बिजली के इस खेल में विभागीय अधिकारियों पर मिली भगत कर जनता के धन को हड़पने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि राज्य के उपभोक्ताओं के लिए खरीदी गई बिजली को उपभोक्ताओं की मांग कम होने के कारण बची हुई बिजली को खुले बाजार में बेच कर जनता की गाढ़ी कमाई को घोटाले की भेंट चढ़ाया गया है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड विघुत नियामक आयोग एवं उत्तराखण्ड शासन की ओर से बनाई गई नियमावली में हुए अनुबन्ध के अनुसार बेची गई बिजली की धनराशि हर स्थिति में तीन दिन के भीतर पॉवर कॉरपोरेशन में जमा कराना अनिवार्य हैै।
प्रदर्शनकारियों का कहना था कि ऐसा न करने पर कम्पनी को ब्लैक लिस्टेड किये जाने का नियम है परन्तु विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत से इस घोटाले को अंजाम दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के कारण लगाये गये लॉकडाउन के चलते बिजली की खपत में कई गुना कमी आई तथा बची हुई बिजली को कम्पनी द्वारा खुले बाजार में बेचा गया होगा इसकी भी जांच की जानी चाहिए। साथ ही इस पूरे प्रकरण की ईडी एवं सीबीआई जांच हो। लालचन्द शर्मा ने इस पूरे प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच करवाये जाने तथा दोषी अधिकारियों व कम्पनी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। पुतला दहन करने वालों में डा. विजेंदर पाल, उर्मिला थापा, सागर लामा, अर्जुन सोनकर, सीताराम नौटियाल, कमलेश रमन, दीप वोहरा, नवीन पयाल, अरुण शर्मा, मधुसूदन सुंदरियाल, विकी नायक, अनुराग जगोतरा, डा. प्रतिभा सिंह, आनंद त्यागी, दिग्विजय सिंह, नरेंद्र राणा, गुलशेर मियां, इखलाख अंसारी, वसीम अंसारी, मकसूद, रोबिन पंवार, प्रियांशु छाबड़ा, उदयवीर मल्ल, नीरज नेगी, धीरेंद्र सावन, परवीन त्यागी, अविनाश मणि, अनिल नेगी, संजय शर्मा, अकरम, मोहम्मद मंजूर और महमूदिन अंसारी शामिल थे।