किसानों के बंद के समर्थन में कांग्रेस कार्यकर्ता प्रदर्शन करते गिरफ्तार, बाद में रिहा
-दमन और पुलिस के बल पर आवाज दबाने की साजिश अब सफल नहीं होगी
-कांग्रेसी कार्यकर्ता जेलों व लाठियों से नहीं डरता
-कांग्रेस पार्टी का किसानों को शत प्रतिशत समर्थनः प्रीतम सिंह
देहरादून। भारत बंद प्रदर्शन के दौरान राजधानी देहरादून के घंटाघर पर धरना देकर केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे कांग्रेसी कार्यकर्ताओं और नेताओं को पुलिस ने गिरफ्तार किया। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह, उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना सहित बड़ी संख्या में कांग्रेसी सड़क जाम कर घंटाघर के पास सुबह से ही नारेबाजी कर रहे थे। ऐसे में कानून व्यवस्था बिगड़ती देख पुलिस ने कांग्रेसियों को गिरफ्तार कर बसों में भर लिया। कृषि कानूनों के खिलाफ किसान संगठनों की तरफ से बुलाए गए भारत बंद का असर राजधानी देहरादून में भी देखने को मिला। कांग्रेस पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस भवन से घंटाघर तक पैदल मार्च निकालकर किसानों के समर्थन में प्रदर्शन किया। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह और कार्यकर्ता घंटाघर के पास धरने पर बैठ गए। प्रदर्शन के दौरान कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार से कृषि कानून वापस लिए जाने की मांग की और जमकर नारेबाजी की। कांग्रेस ने कृषि कानूनों के खिलाफ आक्रोश व्यक्त किया। वहीं, भारत बंद का समर्थन करते हुए कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने घंटाघर की ओर आने वाले वाहनों को जबरन रोककर चक्का जाम किया। जिसके कारण राजपुर रोड और चकराता रोड से आने वाले वाहनों की लंबी कतार लग गई। इस मौके पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि कृषि कानूनों की आड़ में केंद्र सरकार किसानों का उत्पीड़न और दमन कर रही है। उन्होंने कहा कि किसानों के हितों को देखते हुए सरकार को तत्काल प्रभाव से कृषि कानूनों को वापस लेना चाहिए। किसानों के आंदोलन में कांग्रेस पार्टी उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि मोदी सरकार द्वारा बनाये गए तीन काले कानून मोदी सरकार की सोची समझी साजिश है जिसके तहत वो किसानों के खेत किसानों की खेती व किसान तीनों को पूंजीपतियों व अपने उद्योगपती मित्रों का गुलाम बनाना चाहते हैं। प्रीतम सिंह ने केंद्र सरकार पर जोरदार हमला करते हुए उसे किसान विरोधी बताते हुए कहा कि पिछले 13 दिनों से हजारों किसान राजधानी दिल्ली की सीमाओं पर खुले आसमान के नीचे ठंड में बैठे हैं किंतु प्रधानमंत्री हैं कि अपनी जिद्द पर अड़े हुए हैं व झुकने को तैयार नहीं है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी पूरी तरह से किसान के साथ खड़ी है और जब तक केंद्र सरकार किसानों की मांगें नहीं मानती पार्टी किसानों के आंदोलन को पूरा समर्थन देती रहेगी।
लगभग दस बजे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना, आयरेन्द्र शर्मा, विजय सारस्वत आदि नेताओं के नेतृत्व में पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ता जोरदार नारेबाजी करते हुए कांग्रेस मुख्यालय से निकले और किसानों व बन्द के समर्थन में तथा मोदी सरकार, त्रिवेंद्र सरकार व काले कानूनों के विरोध में नारेबाजी करते हुए जबरदस्त प्रदर्शन किया। जुलूस गाँधी पार्क, घण्टाघर, पलटन बाजार होता हुआ कोतवाली तक गया और फिर वापस घण्टाघर पहुंच गया जहां प्रीतम सिंह के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने चारों ओर सड़क पर बैठ कर रास्ते जाम कर दिए। काफी देर तक पुलिस कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को मनाने की कोशिश करती रही किन्तु कार्यकर्ताओं ने अपना जोरदार प्रदर्शन व चक्का जाम जारी रखा तो पुलिस ने गिरफ्तारी का ऐलान करते हुए गाड़ियां मंगवा ली व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह,प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकान्त धस्माना, आर्येन्द्र शर्मा, धीरेन्द्र प्रताप, प्रदेश महामंत्री संगठन विजय सारस्वत, प्रदेश महामंत्री नवीन जोशी, राजेन्द्र शाह, ताहिर अली, गोदावरी थापली, पूर्व मंत्री अजय सिंह, पूर्व विधायक राजकुमार, महानगर अध्यक्ष लालचन्द शर्मा, प्रदेश सचिव सीताराम नौटियाल, मंजुला तोमर, शांति रावत, गरिमा दसौनी, प्रणीता बडोनी, राजेश शर्मा, डाॅ0 प्रदीप जोशी, गिरीश पुनेड़ा, नेता प्रतिपक्ष नगर निगम डाॅ0 विजेन्द्र पाल, कमरखान ताबी, अजय नेगी, युवा अध्यक्ष सुमित्तर भुल्लर, युवा कांग्रेस महासचिव संदीप चमोली, महन्त विनय सारस्वत, शोभाराम, भरत शर्मा, सूरत सिंह नेगी, किसान कांग्रेस अध्यक्ष सुशील राठी, पूरन सिह रावत, महानगर महिला अध्यक्ष कमलेश रमन, ओमप्रकाश सती, सुनित सिंह राठौर, आनन्द बहुगुणा, मेघ सिंह, दीप बोहरा, महेश जोशी, आशीष सक्सेना, नवीन पयाल अनूप कपूर, सुलेमान अली, सूर्यप्रताप राणा, मंजू त्रिपाठी, भूपेन्द्र नेगी, आशीष सेमवाल, विशालमणि, अजय रावत, नवनीत कुकरेती, विनोद धनोशी, जसविन्दर गोगी, देवेन्द्र सती, राॅबिन त्यागी, एतात खान, आनन्द त्यागी, हुकम सिंह गडिया, अजय बेलाल, अमीचन्द सोनकर, मोहन भण्डारी, पुष्कर सारस्वत, मोहन काला, राॅबिन पंवार, सावित्री थापा, युवराज तोमर सहित सवा सौ कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया व पुलिस वाहनों में भर कर उन्हें पुलिस लाइन ले गए जहां डेढ़ बजे सभी को मुचलके ले कर रिहा कर दिया गया।