कांग्रेस ने सत्ता में आने पर किसानों का कर्ज माफ करने का वादा किया
नई दिल्लीः कांग्रेस ने शनिवार को कहा कि यदि वह सत्ता मे आई तो वह छोटे एवं सीमांत किसानों के लिए उसी तरह की कर्ज माफी योजना लाएगी जैसी संप्रग सरकार ने 2009 में घोषित की थी। कांग्रेस के 84वें महाधिवेशन में कृषि, रोजगार और गरीबी उन्मूलन पर पेश प्रस्ताव में कहा गया, “किसानों से किए गए वादे पूरे करने में नाकाम रही भाजपा सरकार अब वर्ष 2022 तक किसानों की आमदनी दोगुनी करने का खोखला दावा करके किसानों को फिर से ठगने की कोशिश कर रही है।”
कांग्रेस ने आरोप लगाया, “वर्तमान सरकार द्वारा शुरू की गई फसल बीमा योजना ने किसानों की बजाय निजी बीमा कम्पनियों को भारी फायदा पहुंचाया है। इसके जरिए बीमा प्रीमियम के नाम पर किसानों से बिना पूछे ही उनके बैंक खातों से जबरन पैसे काटे जा रहे हैं।” पंजाब के मुख्यमंत्री और पार्टी के वरिष्ठ नेता अमरिंदर सिंह द्वारा पेश इस प्रस्ताव में कहा गया है, “भाजपा का किसान विरोधी रवैया इसी बात से उजागर होता है कि राजग की पिछली और मौजूदा सरकारों में कृषि क्षेत्र की विकास दर मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली सरकार की तुलना में आधी रह गई है।”
विपक्षी पार्टी ने भाजपा सरकार पर हर साल 2 करोड़ रोजगार मुहैया कराने के वादे को पूरा करने में बुरी तरह विफल रहने का आरोप लगाया और कहा कि बेरोजगारी की मौजूदा स्थिति चिंताजनक है। पार्टी ने दावा किया कि संप्रग सरकार द्वारा 2009 में की गई घोषणा से 3.2 करोड़ किसानों को लाभ मिला था। कांग्रेस ने प्रस्ताव में कहा कि वह सभी छोटे एवं सीमांत किसानों के लिए संप्रग सरकार के द्वारा 2009 में लागू की गई कृषि कर्ज माफी की तर्ज पर कर्ज माफी योजना लाएगी। पार्टी काश्तकारों, बटाईदारों और दो एकड़ तक की जमीन वाले किसानों के लिए ब्याज रहित कर्ज व्यवस्था करेगी जैसा कि राजस्थान और हरियाणा की कांग्रेस सरकारों द्वारा किया गया था ताकि उनकी लागत में कमी आ सके।