कांग्रेस ने सुषमा व ईरानी पर साधा निशाना, उन्नाव-कठुआ पर चुप्पी क्यों?
नई दिल्ली । उन्नाव और कठुआ की घटनाओं को लेकर कांग्रेस ने शुक्रवार को भाजपा की महिला नेताओं पर निशाना साधा और सवाल पूछा कि वह इन घटनाओं को लेकर चुप क्यों है? कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि 2014 की घटनाएं याद है, जब भाजपा महिला नेताओं ने ऐसी ही घटनाओं को लेकर काफी मुखर थी। उन्होंने इस दौरान सुषमा स्वराज और स्मृति ईरानी के उस समय के ट्वीट और टिप्पणियों को पढ़कर सुनाया। हालांकि कांग्रेस के इन सवालों से पहले केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने अमेठी में उन्नाव और कठुआ की घटनाओं को दुखद बताते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात कही थी।
कांग्रेस नेता ने इस दौरान भाजपा की सांसद मीनाक्षी लेखी ने बयान को दुखद बताया। उन्होंने कहा कि भाजपा की किसी महिला नेता ने पहली बार उन्नाव और कठुआ मामले पर बोला है, लेकिन उनका इस मामले को राजनीतिक और धार्मिक रंग देना कतई उचित नहीं था। ऐसी घटनाओं पर तर्क या कुतर्क करने की जरूरत नहीं होती है। उन्होंने इस दौरान पीएम मोदी पर भी हमला बोला और कहा कि वह देश के प्रधानमंत्री से दो शब्दों की ही अपेक्षा रखते हैं। उन्होंने सरकार से कुछ और सवाल भी करते हुए कहा कि यदि हाईकोर्ट का फैसला न आता, तो शायद ही उन्नाव मामले में विधायक सेंगर की गिरफ्तारी हो पाती। ऐसा क्यों? राहुल गांधी ने रात्रि में जब कैंडिल मार्च निकाला, तो हर तरफ से टिप्पणी शुरू हो गई, लेकिन पीएम ने अब तक इस मामले पर चुप्पी क्यों नहीं तोड़ी। सरकार के पॉक्सो एक्ट में बदलाव करने के अचानक आए बयान को उन्होंने सरकार का एक और झूठ बताया और कहा कि चार वर्षो तक उन्हें इसकी याद नहीं आयी। अब अचानक वह इसके बदलाव की बात कर रहे हैं। लोकपाल एक्ट में बदलाव को लेकर भी सरकार ने अभी तक कुछ नहीं किया है। कांग्रेस नेता ने कहा कि उनकी पार्टी इस मामले को देश भर में लेकर जाएगी और लोगों को सरकार की हकीकत बताएगी।