Uttarakhand

एस0डी0 न्यूज ने टी0वी0 कलाकार प्रेमकश्यप से वार्ता के दौरान जुटाई महत्वपूर्ण जानकारियां

देहरादून। आज एस0डी0 न्यूज की टीम देहरादून के जाने माने टी0वी0/फिल्म कलाकार प्रेम कश्यप जी के घर पहुंची और उनसे साक्षात्कार/वार्तालाप के दौरान काफी रोचक जानकारियां भी ली जो टी0वी0 या फिल्मी लाईन में आने वाले न्यू कमर के लिये काफी उपयोगी सिद्व हो सकती हैं, प्रेम कश्यप जी के साथ वार्तालाप के कुछ अंश इस प्रकार से हैंः-
संवाददाता- प्रेमकश्यपजी आपने टी0वी0 सिरियलों व फिल्मों में काम करने की शुरूआत कब से की।
प्रेमकश्यमजी- जब में कालेज में पढ़ता था तभी से मुझे फिल्मों में काम करने का शौक हो चुका था उसी दौरान यहां देहरादून में एक फिल्म आयी थी रामपुर का लक्षमण जिसमें मैन करेक्टर शत्रुघनसिंहा का था और जब मैंने सिन्हा साहब की आवाज निकालने की कोशिश की तो लोगों ने काफी तारीफ की फिर उसके बाद मैंने अभिनेता राजकुमार की आवाज निकालने की कोशिश की उसकी लोगों ने काफी तारीफ की, इस तरह मेरे फिल्मी कैरियर की शुरूआत एक्टरों की आवाज निकालने से यानि मीमिक्री से हुई।
संवाददाता- आपका पहला टी0वी0 सीरियल या मूवी कौन सी थी।
प्रेमकश्यपजी- जी मेरी शुरूआत तो मीमिक्री और स्टेज शो नाटक इत्यादि से हुई थी और फिर धीरे धीरे टी0वी0 सीरियलों में भी मौका मिलने लगा जैसे-सी0आई0डी0, बेशुमार, प्रेमाश्रम आदि और उसके बाद अब बाॅम्बे की फिल्मों में भी काम कर रहा हूं।

संवाददाता- क्या कभी आपको ऐसा नहीं लगा कि इस लाईन में सफल होने के लिये आपको बाॅम्बे जाना चाहिये।
प्रेमकश्यप- नहीं, चूंकि मैं सरकारी नौकरी में कार्यरत था इसलिये देहरादून छोड़कर नहीं जा पाया हां जो भी यूनिट यहां शूटिंग के लिये आती थी तो मुझको काम मिल जाता था जिस कारण आज मुझे फिल्मों में भी काम करने का अवसर मिल रहा है।
संवाददाता- आपको यहां देहरादून में रहते हुए काम किस तरह से मिल जाता है क्या आपके बाॅम्बे में कांटेक्ट हैं या फिर कोई और माध्यम।
प्रेमकश्यपजी- चूंकि मैं काफी वर्षो से स्टेज शो इत्यादि करता चला आ रहा हूं इसी क्रम में दूरदर्शन के डायरेक्टर हैं गहलोत जी उनसे मेरी मुलाकात हो गयी थी मैंने उनके टी0वी0 सीरियल में काम किया था उसके बाद अपने आप ही आगे से आगे सम्पर्क होता रहा।
संवाददाता- आपसे एक बड़ा सवाल यह है कि आज कल बच्चे तमाम कोशिशों के बावजूद भी सही प्लेटफार्म नहीं पकड़पाते, ऐसे में उन्हें क्या करना चाहिये कि कोई उनको मिसगाईड न कर पाये और वो अपना कैरियर बना सकें।
प्रेमकश्यपजी- देखा जाये तो अब आज कल के बच्चों या कलाकारों को कहीं भी ईधर उधर जाने की जरूरत नहीं है क्योंकि बाॅम्बे की काफी फिल्म यूनिट उत्तराखण्ड में शूटिंग करने आ रही हैं जिस कारण नये कलाकारों को उन फिल्मों में काम करने का मौका मिल रहा है और एक सही प्लेटफार्म भी उपलब्ध हो रहा है।
संवाददाता- लेकिन नये कलाकारों या बच्चों को कैसे पता चलेगा कि यहां उत्तराखण्ड में फिल्म यूनिट्स शूटिंग के लिये आ रही हैं।
प्रेमकश्यप- जी, यहां पर कई कार्डिनेटर हैं जिनका सम्पर्क बाॅम्बे में बाॅलीवुड वालों से है इसलिये जब भी कोई फिल्म यूनिट या टीवी सीरियल यूनिट उत्तराखण्ड आती है तो उसको काफी संख्या में कलाकारों की भी आवश्यकता पड़ती है तो वो कार्डिनेटर्स से काॅन्टेक्ट करते हैं और कार्डिनेटर कलाकारों से।
संवाददाता- क्या राज्य सरकार भी फिल्म यूनिट्स वालों की कोई मद्द कर रही है या वही पुरानी स्थिति बनी हुई है।
प्रेमकश्यप- राज्य सरकार अब फिल्म यूनिट वालों को काफी सपोर्ट कर रही है जिस कारण अब काफी टी0वी0 सीरियल्स व फिल्म मेकर उत्तराखण्ड का रूख कर रहे हैं जिसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि यहां के लोकल कलाकारों को भी उनमें काम करने का भरपूर मौका मिल रहा है।
संवाददाता- जो लोग फिल्म लाईन में आना चाहते हैं या यूं कहें न्यू कमर हैं उनको आप टिप्स देना चाहेंगे।
प्रेमकश्यप- सबसे पहले तो मैं यही कहना चाहूंगा कि जो भी कोई इस लाईन में आना चाहता है सबसे पहले वह अपने जुनून पैदा करे, खूब प्रैक्टिस करे, एक्टिंग क्लासेस ज्वाईन करंे, और जब पूरी तरह से तैयार हो जायें काॅन्फिडेंट हो जायें तभी आॅडिशन के लिये आगे आयें और अगर उनके अंदर टेलेंट होगा तो उनको काम अवश्य मिलेगा।

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