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मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने बुधवार को देर शाम फिस (फेडरेशन ऑफ इंटरनेशनल स्कीईंग) की बैठक
देहरादून: औली से मौका मुआयना कर देहरादून लौटने के बाद उन्होंने विंटर गेम्स ऑफ इंडिया, विंटर गेम्स एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड के पदाधिकारियों, पर्यटन, जीएमवीएन, आईटीबीपी के अधिकारियों के साथ फिस रेस का रोड मैप तय किया। औली में मौके पर पाई गई कमियों को फौरी तौर पर दूर करने की हिदायत दी। कहा कि तीन तकनीकी विशेषज्ञ और एक कोऑर्डिनेटर आयोजन होने तक लगातार औली में रहेंगे।
मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि तकनीकी विशेषज्ञ सभी उपकरणों, मशीनों और अन्य बुनियादी जरूरतों की जांच कर पर्यटन विभाग को जल्द रिपोर्ट दें। यह प्रमाण पत्र भी देना होगा कि उपकरण सुचारू रूप से कार्य कर रहे हैं। विंटर गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया और विंटर गेम्स एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड की जिम्मेदारी होगी कि फिस रेस के सभी इंतेजाम समय से पूरे हो जाएं। शासन स्तर पर तैयारियों की लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है। उन्होंने शख्त लहजे में कहा कि किसी भी स्तर पर कोताही बर्दाश्त नही की जाएगी। कहा कि आयोजन समिति, तकनीकी समिति, व्यवस्था समिति और संबंधित अधिकारी आपस में ताल मेल से कार्य करें। बैठक में ऑपरेटर, ग्रूमर की तैनाती, बर्फ बनाने के कार्य का हर रोज अनुश्रवण, प्रतिभागियों के ले जाने,ठहरने, खाने की व्यवस्था सहित सभी विन्दुओं पर विस्तार से चर्चा की गई। बताया गया कि अभी तक फ्रांस, इटली, अफगानिस्तान, नेपाल, तजाकिस्तान, लक्समबर्ग देशों के भाग लेने की सूचना मिली है। इसके अलावा भारत के भी 70 स्कीयर्स भी भाग लेंगे।
गौरतलब है कि फिस रेस भारत में पहली बार हो रही है। इस आयोजन का मौका उत्तराखंड को मिला है। इस रेस के क्वालीफाइंग अंकों के आधार पर प्रतिभागी ओलंपिक जैसे अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धाओं में भाग ले सकेंगे।
बैठक में सचिव पर्यटन श्री दिलीप जावलकर, विंटर गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के प्रेजिडेंट श्री जेएस ढिल्लन, पूर्व प्रेजिडेंट श्री सुरेंद्र सिंह पांगती, वाईस प्रेजिडेंट कर्नल गोविंद पंत, विंटर गेम्स एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड के अध्यक्ष एसपी चमोली, अपर सचिव पर्यटन श्री सविन बंसल, डीएम चमोली श्री आशीष जोशी, डीआईजी आईटीबीपी श्री जीएस चैहान सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।