Uttarakhand
चालक की सूझ-बूझ से बड़ी दुर्घटना होते-होते टली
उत्तरकाशी। बस में सवार तीर्थयात्रियों की जान उस वक्त हलक में अटक गई, जब बस अनियंत्रित हो गई और आगे के पहिए भागीरथी नदी के ऊपर झूलने लगी, लेकिन चालक ने सही वक्त पर सूझबूझ का परिचय दिया और किसी तरह बस से उतर पीछे के दोनों पहियों के पीछे पत्थर लगा दिए। इससे बड़ा हादसा होते-होते टल गया। गंगोत्री राजमार्ग पर भटवाड़ी ब्लॉक अंतर्गत डबराणी के पास तीर्थयात्रियों से भरी एक बस का स्टेयरिंग अचानक लॉक हो गया और बस अनियंत्रित हो गई। बस चालक की सूझबूझ से बस में सवार सभी यात्रियों की जान बाल-बाल बच गई। सभी यात्रियों को सुक्की के एक होटल में ठहराया गया है।
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने बताया कि शुक्रवार को बस 28 यात्रियों को लेकर उत्तरकाशी से गंगोत्री धाम के लिए रवाना हुई। हाईवे पर करीब दोपहर 12 बजे डबराणी के पास बस का अचानक स्टेयरिंग लॉक हो गया, जिससे बस अनियंत्रित हो गई। चालक ने बस को संभाला, लेकिन तब तक बस के आगे के दो पहिए नीचे भागीरथी की ओर झूलने लगे। इस दौरान चालक ने तुरंत बस से उतरकर पीछे के पहियों पर पत्थर लगा दिए। घटना से बस में सवार सभी यात्रियों में चीखपुकार मच गई। कड़ी मशकत के बाद बस में सवार यात्रियों को सकुशल बाहर निकाला गया। यात्रियों को दूसरे वाहनों से सुक्की के एक होटल में ठहराया गया। बता दें कि बस में सवार सभी यात्री अलग-अलग राज्यों के हैं।