ठोस अपशिष्ट प्रबन्धन को स्थान चिन्ह्ति करने के सीडीओ ने दिए निर्देश
टिहरी। मुख्य विकास अधिकारी टिहरी गढ़वाल मनीष कुमार की अध्यक्षता मंे विकास भवन सभागार नई टिहरी में प्लास्टिक/ठोस अपशिष्ठ प्रबन्धन नियम विषय पर एक गोष्ठी के माध्यम से प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि प्लास्टिक/ठोस अपशिष्ठ प्रबन्धन का प्रकरण बहुत ही महत्वपूर्ण है। कार्यशाला में जो प्रशिक्षण दिया गया है, उसे सभी अधिकारी अमल में लाना सुनिश्चित करें। मुख्य विकास अधिकारी ने सभी इओ नगरपालिका/नगर पंचायत को निर्देशित किया कि उच्च न्यायालय नैनीताल उत्तराखण्ड के दिशा-निर्देशों के क्रम में ठोस अपशिष्ट प्रबन्धन हेतु स्थान चिन्ह्ति कर लें। प्लास्टिक/ठोस अपशिष्ठ प्रबन्धन के संबंध मंे अपने-अपने निकायों में एसडीएम, बीडीओ, पुलिस विभाग, वन विभाग, जनप्रतिनिधियों, व्यापार मण्डल, टैक्सी यूनियन, मण्डी परिषद के पदाधिकारियांे के साथ बैठक कर वृहद् स्तर पर प्रचार-प्रसार कर लोगों को जागरूक करना सुनिश्चित करंे। वन विभाग वन पंचायतों में देखना सुनिश्चित करें। कहा कि प्लास्टिक नीचे से ही जनपद में आता है, बार्डर वाले नगर निकाय पुलिस से सामजस्य बैठाकर कार्यवाही करना सुनिश्चित करें। सभी अधिकारी व्यक्तिगत एवं सामुहिक रूप से चालान की कार्यवाही करने के साथ ही लोगों को जागरूक करना भी सुनिश्चित करें। कहा कि जिन्होंने पर्यावरण प्रबन्धन संयंत्र की रिपोर्ट नहीं दी है, उन्हें बन्द किया जाना है। प्लास्टिक/ठोस अपशिष्ट प्रबन्धन को लेकर सभी विभागों को आपसी समन्वय से मिलजुल कर कार्य करने हैं। कहा कि कोई भी दिक्कत हो अवगत करा सकते हैं।
अध्यक्ष नगरपालिका परिषद टिहरी गढ़वाल सीमा कृषाली ने कहा कि सभी लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करना आवश्यक है। आज की कार्यशाला में भी लोगों को घरों से ही गीला और सूखा कूड़ा अलग-अलग करने हेतु कैसे जागरूक किया जाय पर गोष्ठी की गई।
इससे पूर्व कार्यशाला में स्टेट मिशन मैनेजर/विशेषज्ञ स्वच्छ भारत मिशन शहरी विकास विभाग उत्तराखण्ड रवि बिष्ट, सैनिटरी इंस्पेक्टर विकास छाछर द्वारा प्लास्टिक/ठोस अपशिष्ट प्रबन्धन नियम-2016 विषय पर विस्तार से जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि रिट संख्या 93/2022 (पीआईएल) श्री जितेन्द्र यादव बनाम भारत संघ एवं अन्य में मा. उच्च न्यायालय नैनीताल उत्तराखण्ड द्वारा पारित आदेश 24 नवम्बर, 2022 में दिये गये निर्देशों के क्रम में यह गोष्ठी आयोजित की जा रही है। उनके द्वारा आईईसी गतिविधि प्रलेखन, चार अलग-अलग तरीके से कूड़ा एकत्रित करने, लेगेसी बेस्ट, संयुक्त टीम निरीक्षण, स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 टूलकिट की थीम ‘‘वेस्ट टू वेल्थ (कचरे से सम्पत्ति)‘‘ आदि के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गई। कहा कि थोक अपशिष्ट उत्पादन को चिन्ह्ति करें, किस कम्पनी का सबसे अधिक कूड़ा एकत्रित होता है, उसके लिए सप्ताहिक डाटा एकत्र कर रिपोर्ट बना सकते हैं। कहा कि सभी ईओ बायलॉज को पढ़ लें, अच्छे से जानकारी प्राप्त हो जायेगी। गोष्ठी में पर्यावरण मित्रांे, सफाई कर्मियों की सुरक्षा, हेल्थ चेकअप आदि पर भी चर्चा की गई। गोष्ठी में पीडी डीआरडीए प्रकाश रावत, डीपीआरओ एम.एम.खान, नगर परियोजना प्रबन्धक शहरी विकास टिहरी गढ़वाल अरविन्द जोशी, एमआईएस एक्पर्ट स्वच्छ भारत मिशन राकेश कुमार, एसीएमओ डॉ. एल.डी. सेमवाल, एसडीओ वन विभाग राखी जुयाल, ईओ देवप्रयाग रघुवीर राय, घनसाली सुशील बहुगुणा, चम्बा यू.डी. तिवारी, मुनिकीरेती तनवीर सिंह सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।