मेयर सुनील उनियाल गामा की चल-अचल संपत्तियों की हो सीबीआई जांचः नवीन जोशी
देहरादून। उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री नवीन जोशी ने मेयर सुनील उनियाल गामा की करोड़ों की संपत्तियों को लेकर बड़ी हैरानी जताते हुए कहा कि आखिर एक लोक सेवक ने अपनी कुर्सी पर रहते हुए चंद वर्षों में ही करोड़ों की संपत्ति की खरीद-फरोख्त कैसे कर ली और वह आज ₹20 करोड़ से अधिक की संपत्ति के मालिक कैसे बन गए हैं? मेयर ने अपने लोक सेवक होने का निश्चित रूप से दुरुपयोग किया है, इसलिए उनकी एवं उनके परिवार की सभी चल-अचल संपत्तियों की सीबीआई से जांच होनी चाहिए।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री नवीन जोशी ने नगर निगम के महापौर सुनील उनियाल गामा पर महा भ्रष्टाचारी होने का आरोप लगाते हुए कहा कि जिस समय उन्होंने राजधानी देहरादून के मेयर लोक सेवक का महत्वपूर्ण पद संभाला था तब उनके पास जो संपत्ति का ब्यौरा उपलब्ध था, आज 4 वर्ष बीत जाने के बाद उनकी संपत्ति में 10 गुना से भी अधिक वृद्धि आखिर कैसे हो गई है? एक लोक सेवक द्वारा इतनी अधिक संपत्ति का चंद वर्षों में मालिक बन जाना स्वयं में भ्रष्टाचारी होने का प्रमाण देने के लिए काफी है। नवीन जोशी ने प्रदेश की भाजपा सरकार के उस जीरो टॉलरेंस वाली सरकार के दावे को पूरी तरह से खोकला बताते हुए कहा कि पूरा उत्तराखंड राज्य आज बड़े भ्रष्टाचार की गिरफ्त में है और राज्य सरकार स्वयं सिर से लेकर पांव तक भ्रष्टाचार में डूबी हुई है। कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री नवीन जोशी ने कहा कि राजधानी देहरादून के मेयर सुनील उनियाल गामा का भ्रष्टाचारी चेहरा ऐसी जीरो टॉलरेंस वाली सरकार मैं पूरी तरह से बेनकाब हो गया है। श्री जोशी ने कहा कि प्रदेश में सिर से लेकर पांव तक भ्रष्टाचार में डूबी हुई भाजपा सरकार को सत्ता में बने रहने का अब कोई भी अधिकार नहीं रह गया है। उन्होंने कहा कि सुनील उनियाल गामा ने मेयर बनने के उपरांत एक भ्रष्टाचारी लोक सेवक बनकर अपने पद की गरिमा को तार तार करने का काम किया है। मेयर सुनील उनियाल गामा ने स्वयं तथा अपने पारिवारिक सदस्यों को 20 करोड़ के अधिक की संपत्ति का मालिक बनाकर जो महापाप उत्तराखंड की देवभूमि पर किया है, वह वास्तव में क्षमा योग्य नहीं है। कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री ने सुनील उनियाल गामा की सारी चल-अचल संपत्तियों की सीबीआई से जांच कराने की मांग की है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को तत्काल मेयर सुनील उनियाल गामा के भ्रष्टाचारी कारनामों की सीबीआई जांच के लिए संस्कृति कर देनी चाहिए।