सी0बी0आई0 द्वारा पूर्व मुख्यन्त्री हरीश रावत के खिलाफ प्राथमिकी (एफ0आई0आर0) दर्ज करने के साथ-साथ हरक सिंह रावत, उमेश शर्मा आदि के खिलाफ भी जो एफ0आई0आर0 दर्जः- रघुनाथ सिंह नेगी ने
विकासनगर। जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने कहा कि वर्ष 2016 में तत्कालीन हरीश रावत सरकार के खिलाफ मंत्री हरक सिंह रावत, विधायक मदन सिंह बिष्ट व सी0ई0ओ0 उमेश शर्मा द्वारा काली कमाई अर्जित करने, ब्लैकमेलिंग व तख्तापलट के उद्देश्य से किये गये स्टिंग मामले को लेकर मोर्चा अध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने उच्च न्यायालय में जनहित याचिका सं0 114ध्2016 दायर कर उक्त स्टिंगबाजों के खिलाफ भी सी0बी0आई0 जाँच कराने का आग्रह किया था, जिसमें मोर्चा द्वारा माँग की गयी थी कि उक्त स्टिंगबाजों द्वारा सैकड़ो-हजारों करोड़ रूपये के साम्राज्य मात्र 1.5-2 दशक में खड़े कर दिये गये हैं तथा इनका इतिहास फर्जीवाड़े व ब्लैकमेलिंग का रहा है। उक्त मामले पर संज्ञान लेते हुए उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश आ0 राजीव शर्मा व आ0 मनोज तिवारी की खण्डपीठ द्वारा 28 अगस्त 2018 को मंत्री हरक सिंह रावत, सी0बी0आई0, उमेश शर्मा व मदन सिंह बिष्ट को नोटिस जारी किये गये थे। मोर्चा कार्यालय में पत्रकारों से वार्ता करते हुए नेगी ने कहा कि मोर्चा द्वारा कई वर्षों से उक्त व्यक्तियों के खिलाफ लड़ाई लड़ी जा रही है तथा स्टिंग मामले में भी मोर्चा द्वारा यह उल्लेख किया गया था कि स्टिंगबाज ही पैसों की पेशकश व षड़यन्त्र रच रहे हैं तो फिर स्टिंग जनहित व प्रदेशहित में कैसे हुआ ! मोर्चा ने इस बात की भी माँग की थी कि अगर हरीश रावत के खिलाफ सी0बी0आई0 जाँच हो रही है तो इनके खिलाफ भी सी0बी0आई0 जाँच होनी चाहिए। सी0बी0आई0 द्वारा पूर्व मुख्यन्त्री हरीश रावत के खिलाफ प्राथमिकी (एफ0आई0आर0) दर्ज करने के साथ-साथ हरक सिंह रावत, उमेश शर्मा आदि के खिलाफ भी जो एफ0आई0आर0 दर्ज करायी गयी है, इससे निश्चित तौर पर सच जनता के सामने आयेगा कि कैसे इन स्टिंगबाजों ने प्रदेश को तबाह करने का काम किया। नेगी ने कहा कि मोर्चा की माँग पर सी0बी0आई0 द्वारा स्टिंगबाजों के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज होने से मोर्चा को भारी सफलता मिली है। पत्रकार वार्ता में मोर्चा महासचिव आकाश पंवार, दिलबाग सिंह, डाॅ0 ओ0पी0 पंवार, मौ0 असद, प्रवीण शर्मा पीन्नी आदि उपस्थित रहे।