स्पिक मैके ने दून में आयोजित किया कर्नाटिक बांसुरी प्रदर्शन
देहरादून। स्पिक मैके के तत्वावधान में, प्रसिद्ध बांसुरी वादक मैसूर ए चंदन कुमार द्वारा एक कर्नाटक बांसुरी प्रदर्शन का आयोजन नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर द एम्पावरमेंट ऑफ पर्सन्स विद विजुअल डिसएबिलिटीज में किया गया। अपने प्रदर्शन के दौरान, चंदन के साथ वायलिन पर अजित कुमार और मृदंगम पर अर्जुन कुमार मौजूद रहे। कार्यक्रम का आयोजन एसआरएफ फाउंडेशन के सहयोग से किया गया था।
अपने प्रदर्शन के दौरान, चंदन कुमार ने सिंधुभैरवी और रंजनी जैसे रागों पर आधारित प्रसिद्ध कृतियों को प्रस्तुत किया। उन्होंने अपनी सहज बांसुरी प्रस्तुति से छात्रों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस प्रस्तुति का उद्देश्य देहरादून के छात्रों को संगीत की कर्नाटक शैली की एक झलक देना था। स्पिक मैके की इस तरह की पहल सुनिश्चित करती है कि उत्तर भारत के दर्शकों को दक्षिण भारत की खूबसूरत कलाओं से रूबरू कराया जाए। अपने सर्किट के दौरान, चंदन ने स्पेशल होम, देहरादून, वैंटेज हॉल गर्ल्स रेजिडेंशियल स्कूल, द इंडियन पब्लिक स्कूल और मसूरी पब्लिक स्कूल में भी प्रदर्शन किया।
मैसूर ए चंदन कुमार 2009 में एसएनए, भारत सरकार द्वारा प्रदान किए गए उस्ताद बिस्मिल्लाह खान युवा पुरस्कार के प्राप्तकर्ता हैं। वह प्रसिद्ध वायलिन वादक और दक्षिण भारत के प्रसिद्ध कर्नाटक आइकन, दिवंगत मैसूर श्री टी चौदैया के परपोते हैं। चंदन कुमार ने अपने पूज्य गुरु श्री एम गोपालकृष्ण से बांसुरी बजाने की कला सीखी। चंदन के संगीत कार्यक्रम और इंटरव्यूज, दक्षिण भारत के कई लोकप्रिय टीवी चौनलों के साथ-साथ दूरदर्शन, बीबीसी और रेडियो म्युनिक जर्मनी में प्रसारित किए गए हैं। पूरे भारत के अलावा, उन्होंने लॉस एंजिल्स, जर्मनी, स्विट्जरलैंड, लक्ज़मबर्ग, मलेशिया और लंदन सहित दुनिया भर के विभिन्न देशों में भी प्रस्तुति दी है।