चंडीगढ़ के दो दिवीसीय दौरे पर कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत
देहरादून/चंडीगढ़। चंडीगढ़ के दो दिवसीय राजकीय भ्रमण के दौरान सूबे के कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने आज केन्द्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ की विद्यालयी शिक्षा व स्वास्थ्य प्रणाली की बारिकियों को जाना। उन्होंने विद्यालयी शिक्षा विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग के उच्चाधिकारियों के साथ अलग-अलग बैठक कर केन्द्र शासित प्रदेश के विद्यालयी शिक्षा एवं स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े तमाम पहलुओं पर लम्बी चर्चा की। इसके अलावा उन्होंने हरियाणा के पंचकूला में सिविल अस्पताल का भ्रमण कर वहां की स्वास्थ्य सुविधाओं की जानकारी हासिल की।
चंडीगढ़ के दौरे पर गये कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने मीडिया को जारी एक बयान में बताया कि उन्होंने आज केन्द्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ की शिक्षा प्रणाली को बारीकी से जाना तथा वहां के शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारियों के साथ बैठक कर शिक्षा से जुड़े तमाम पहलुओं पर मैराथन चर्चा की। डा. रावत ने बताया कि केन्द्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ ने भारत सरकार द्वारा जारी परफॉरमेंस ग्रेडिंग इंडेक्स (पीजीआई) 2020-21 में दूसरा स्थान प्राप्त किया है। जिसको लेकर वहां के अधिकारियों के साथ गहन विचार-विमर्श किया। बैठक में विभागीय अधिकारियों ने चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा स्कूली शिक्षा में किये गये कार्योंएवं पीजीआई सूचकांक में बेहतर प्रदर्शन को लेकर की गई तैयारियों पर पावर प्वाइंट प्रस्तुतिकरण दिया। कैबिनेट मंत्री डॉ. रावत ने बताया कि स्कूली शिक्षा के अलावा उन्होने चंडीगढ़ में स्वास्थ्य विभाग के उच्चाधिकारियों के साथ भी बैठक की। जिसमें उन्होने स्वास्थ्य सुविधाओं के बारे में विस्तृत चर्चा कर जानकारी हासिल की। डॉ. रावत ने बताया कि केन्द्र शासित प्रदेश चंड़ीगढ़ द्वारा शिक्षा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में किये गये अच्छे कार्यों को उत्तराखंड में भी लागू किया जायेगा। इसके लिये शीघ्र ही दोनों विभागों का एक-एक अध्ययन दल चंड़ीगढ भेजा जायेगा।
इससे पहले कैबिनेट मंत्री डॉ. रावत ने हरियाणा के पंचकूला में सिविल अस्पताल का भ्रमण किया। जहां उन्होंने अस्पताल में उपलब्ध विभिन्न चिकित्सा सुविधाओं कैथ लैब, आइसीयू, एमआरआई मशीन, ऑपरेशन थियेटर, नर्सिंग स्टेशन आदि का बरीकी से अवलोकन किया। साथ ही उन्होंने अस्पताल संचालन की कार्यप्रणाली भी समझी। अस्पताल भ्रमण के दौरान उन्होंने अस्पताल प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों, विशेषज्ञ चिकित्सकों एवं नर्सिंग स्टॉफ के साथ स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर चर्चा की। साथ ही उन्होंने अस्पताल में भर्ती मरीजों एवं उनके तीमारदारों से मिलकर वहां मिल रही सुविधाओं के बारे में भी जाना।