पश्चिम बंगाल की घटना के विरोध में भाजपा ने प्रदेशभर में किया प्रदर्शन
-पश्चिम बंगाल में हिंसक घटनाओं को तत्काल रोके ममताः कौशिक
देहरादून। पश्चिम बंगाल की घटनाओं की विरोध में बुधवार को भाजपा के कार्यकर्ताओं ने प्रदेश भर के सभी मंडलों में तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ प्रदर्शन किया।
भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चैहान ने जानकारी देते हुए बताया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा व प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के निर्देश पर कार्यकर्ता कोविड गाइड लाइन का पालन करते हुए प्रत्येक मंडल में 20 की सख्या में शामिल होकर प्रदर्शन किया और उपजिलाधिकारी के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति को ज्ञापन प्रेषित किया।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने कहा कि पूरा देश कोरोना महामारी से जूझ रहा है। भाजपा के देश भर के करोड़ों कार्यकर्ता संगठन ही सेवा अभियान के मंत्र को लेकर जनमानस की सेवा में कार्यरत है और वही दूसरी और ममता कि तृणमूल कांग्रेस के खुलेआम गुंडागर्दी पर उतर लोकतंत्र पर हमला कर भाजपा कार्यकर्ताओ की हत्या ,मारपीट और दफ्तर फूकने जैसी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। श्री कौशिक ने कहा कि भाजपा लोकतंत्र और भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्यारी ममता बनर्जी व तृणमूल कांग्रेस का घोर विरोध करती है। उन्होंने साथ ही पश्चिम बंगाल के घटनाओं पर मूकदर्शक बने अन्य विपक्षी दलों के रवैये को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। श्री कौशिक ने कहा पश्चिम बंगाल में चुनावी नतीजे सामने आने के बाद तृणमूल कांग्रेस हिंसा फैला रही है। तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने भाजपा कार्यकर्ताओं के घरों, दुकानों पर हमला किया है और साथ ही भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या भी की गई है। उन्होने कहा कि चुनाव में जीत या हार होती है, लेकिन ऐसी घटनाएं शर्मसार करती हैं । उन्होंने तृणमूल कांग्रेस ममता बनर्जी से पश्चिमी बंगाल में हिंसक घटनाओं को रोकने की मांग की है। श्री कौशिक ने कहा भाजपा के एक-एक कार्यकर्ता की कीमत पार्टी के लिए अनमोल है और हम इस प्रकार की हिंसा कतई बर्दाश्त नही करेंगे। अगर हम बंगाल जाकर वहां की सरकार का विरोध प्रदर्शन करना पड़े तो उसके लिए भी हम तैयार है, लेकिन हम इस प्रकार से अपने कार्यकर्ताओं को हिंसक घटनाओं के बीच नही छोड़ सकते। श्री कौशिक ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व के निर्देश पर आज प्रदेश के सभी 252 मंडलो में पश्चिम बंगाल में हो रहे गुंडागर्दी के खिलाफ भाजपा कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया।