भाजपा नेता लगातार अनर्गल बयानबाजी कर रहेः कांग्रेस प्रवक्ता
देहरादून। कांग्रेस पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता शीशपाल सिंह बिष्ट भाजपा के मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चैहान और भाजपा नेता वीरेंद्र बिष्ट के बयानों पर पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा नेता लगातार अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी हमेशा जनता के साथ खड़ी रहती है जहॉ भी जनता को पेरशानी होगी या कोई सिस्टम से परेशान होगा तो कांग्रेस पार्टी वहॉ खड़ी मिलेगी। उन्होंने कहा कि उत्तरखण्ड में भी कांग्रेस सरकार की जन विरोधी नीतियों का लगातार विरोध कर रही है और प्रदेश की बिगड़ती हुई कानून व्यवस्था पर सरकार को घेर रह है जिस पर भाजपा और उसकी सरकार के लोगों को परेशानी हो रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा नेता उत्तराखण्ड की बेटी अंकिता भंडारी प्रकरण मैं कांग्रेस पार्टी से सबूत देने की बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा को इसका करारा जबाव जनता देगी। उन्होंने कहा कि जिस तरह से सरकार के इशारे पर एक भाजपा के विधायक द्वारा अंकिता भण्डारी हत्याकाण्ड के सबूत मिटाये गये वह जग जाहिर है। भाजपा नेताओं को अपने गिरेबान में झांकना चाहिए वह भूल रहे हैं कि 6 साल से राज्य में भारतीय जनता पार्टी की प्रचंड बहुमत की सरकार है राज्य में कानून व्यवस्था सरकार का जिम्मा है।
उत्तराखंड की बेटी अंकिता भंडारी हत्या से पूर्व व्हाट्सएप चैट में स्पष्ट तौर से लिखकर गई वहां कोई वीआईपी आने वाला था और वीआईपी को एक्स्ट्रा सर्विस देने का उस पर दबाव था इससे बड़ा सबूत और भाजपा को क्या चाहिए अगर जांच एजेंसियां उस वीआईपी का पता नहीं लगा पा रही हैं तो यह किसकी विफलता है अंकिता भंडारी प्रकरण में शुरू दिन से ही सरकार और भाजपा संगठन की भूमिका संदिग्ध रही है चाहे वहां रात को वहां बुलडोजर चलाने का मामला हो या रिसोर्ट में आग किसने लगाई आग एक बार नहीं दो बार लगाई गई आंखिर यह सारे क्रियाकलाप सबूत मिटाने के लिए नहीं किए तो इन घटनाओं का मतलब क्या था? प्रदेश की पढ़ी-लिखी जनता सब कुछ जानती है कौन सबूत मिटा रहा था कौन वीआईपी को कमरा बता रहा था, उत्तराखंड की मातृशक्ति जागरूक है मातृशक्ति के आंदोलन के कारण ही राज्य का गठन हुआ आप उत्तराखंड की मातृशक्ति को गुमराह नहीं कर सकते आंखिर उत्तराखंड में पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली संदेह के घेरे में क्यों है? चाहे वह केदारनाथ में 230 किलो सोने के पीतल में बदलने का मामला हो उसमें क्या हुआ अभी तक स्थिति साफ नहीं हुई है या मंदिर परिसर में क्यूआरकोड लगाकर चन्दा वसुलने का मामला हो किसी भी मामले में जॉच का कोई भी नतीजा सामने नही आ रहा है हर मामले में लिपापोती की जा रही है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में पेपर लीक प्रकरण की सीबीआई जांच की मांग बेरोजगार लगातार कर रहे हैं पर राज्य सरकार के कानों मंे जूॅ नही रैंग रही है। आंखिर जॉच करवाने से सरकार डर क्यों रही है? अभी भी पेपर लीक प्रकरण के असली गुनाहगार जनता के सामने नहीं आये हैं यह प्रदेश की जनता भली-भांति जानती है कानून व्यवस्था से जुड़े जितने भी मामले प्रदेश में हो रहे हैं उन सब पर लीपापोती की जा रही है आखिर क्यों किसी भी जांच का नतीजा नहीं निकल रहा है। उन्होंने कहा कि नगर निगम देहरादून में जनता का रिकॉर्ड गायब हो गया फाइलें चोरी हुई कोर्ट में उस मामले में क्लोजर रिपोर्ट लगा दी गई है कि कोई पकड़ा नहीं गया आखिर यह सारा खेल क्यों किया जा रहा है जनता सब जानती है। जनता को गुमराह कर राजनीति करना भारतीय जनता पार्टी का काम है, ऐसा ही अग्निपथ योजना के मामले में है उत्तराखंड में गढ़वाल रेजीमेंट और कुमाऊं रेजीमेंट मैं हर साल लगभग दस हजार नौजवानों की भर्ती सेना में होती थी जिससे उत्तराखंड के नौजवानों का देश सेवा का सपना पूरा होता था और रोजगार की गारंटी भी मिलती थी परन्तु अब अग्निवीर योजना के माध्यम से बेरोजगारों का भविष्य अंधकार में धकेल दिया गया है 4 साल की अग्निवीर योजना 4 साल की चांदनी फिर अंधेरी रात की तरह है, भाजपा सरकार बिना होमवर्क के आधी अधूरी तैयारी के साथ योजनाएं लाती है जिस कारण भाजपा सरकार की योजनाओं का जन विरोध होता है भाजपा नेताओं को एक बात स्पष्ट तौर पर समझनी होगी। अगर बेटियों की सुरक्षा पर प्रदेश की जनता चिंतित है यह चिंता दूर करना सरकार का काम है ना कि कांग्रेस पार्टी का, बेटी अंकिता भंडारी प्रकरण की जांच पर अगर प्रदेश की जनता को संदेह है वीआईपी का नाम जनता जानना चाहती है तो जांच करना और दोषी को सामने लाना सरकार का काम है अगर भाजपा सरकार यह काम नहीं कर सकती तो कांग्रेस की सरकार बनने पर सीबीआई से जांच करवा कर वीआईपी को सामने लाया जाएगा लेकिन बेटी के असली गुनहगार को छोड़ा नहीं जायेगा। उन्होंने कहा कि अग्नीपथ योजना के मामले में राहुल गांधी जी कह चुके हैं कि कांग्रेस की सरकार बनने पर अग्निपथ योजना को भी रद्द करके सेना मैं पूर्व की भांति ही भर्ती की जाएगी।