भारत पाकिस्तान के बीच व्यापार रूकने से पाकिस्तान में रोजमर्रा की चीजें हुईं महंगी, मंहगाई बढ़ने से हुई ईद फीकी
इस्लामाबाद। जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को हटाने और जम्मू-कश्मीर पुर्नगठन के विरोध में बौखलाकर पाकिस्तान ने एक के बाद एक कई बड़े कदम कदम उठाए हैं। दोनों देशों के बीच ट्रेन और बसों को बंद करने के अलावा पाकिस्तान ने द्पक्षीय व्यापार को भी बंद कर दिया है। अब इसका खामियाजा पाकिस्तान को भुगतना पड़ रहा है।
पाकिस्तान को तगड़ा झटका अन्य देशों के साथ व्यापार न सिर्फ महंगा पड़ रहा है बल्कि उनके आने में कम समय लगता था और माल ढुलाई में भी कम समय लगता है। पाकिस्तान को व्यापार में नुकसान का अनुमान इससे भी लगाया जा सकता है कि दोनों देशों के बीच भारत पाकिस्तान से 20 फीसदी आयात करता है, जबकि पाकिस्तान भारत से 80 फीसदी आयात करता है। ऐसे में व्यापार रुकने से पाकिस्तान को तगड़ा झटका लगना तय है।
रोजमर्रा की चीजें हुईं महंगी पाकिस्तान में लोगों और व्यापारियों का कहना है कि इस बार ईद मनाने में मुश्किल होगी क्योंकि भारत से आने वाली चीजों पर प्रतिबंध से महंगाई और बढ़ गई है। इस बढ़ती महंगाई से रोजमर्रा की चीजें महंगी हो गई हैं। भारत से पाकिस्तान मुख्य तौर पर चीनी, चाय, ऑयल, केक, पेट्रोलियम तेल, कच्चा कपास, सूती धागे, टायर, रबड, डाई, रसायन समेत 14 सामान भेजे जाते थे। इसके अलावा बड़े पैमाने पर पाकिस्तान भारत से टमाटर का आयात करता है। अब जब व्यापार बंद है और पाकिस्तान में टमाटर 300 रुपये किलो से ऊपर पहुंच गया है, जिस वजह से पाकिस्तानियों को ईद पर महंगाई की मार पड़ रही है। यही कारण है कि पाकिस्तान के बाजारों में ईद होने के कारण भी रौनक गायब है।
पाकिस्तानी मंडियों में लगे फलों के ढेर वहीं दूसरी ओर भारत पाकिस्तान से कुल 19 प्रमुख उत्पादों का आयात करता है, जिसमें प्रमुख तौर पर ताजे फल थे। अब जब ताजे फल भारत नहीं आ पा रहा है तो पाकिस्तान के सामने संकट है कि उसे कहां बेचे यह अपने आप में बड़ी समस्या है. क्योंकि पाकिस्तानी किसानों को भारत से अच्छे दाम मिल जाते थे, लेकिन अब फल की निर्यात ठप होने से पाकिस्तानी मंडियों में फलों के ढेर लग गए हैं और किसानों को सही दाम नहीं मिल रहा है।
अन्य देशों का सामान है महंगा पाकिस्तानी अखबार ‘डॉन’ की रिपोर्ट के मुताबिक इस फैसले से पहले ही आर्थिक तंगी से गुजर रहे देश को और संकट झेलना पड़ सकता है। एफबी एरिया असोसिएशन ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री के चेयरमैन खुर्शीद अहमद ने कहा कि टेक्सटाइल सेक्टर में अब चीन और पूर्वी एशियाई देशों से आयात करेगा, लेकिन यह महंगा पड़ता है। इसके अलावा भारत से पाकिस्तान चाय का आयात बड़े पैमाने पर करता है। अब पाकिस्तान को इसके विकल्प के रूप में वियतनाम और अफ्रीकी देशों का रुख करना होगा और वहां से सामान आयात करना होगा।
भारत के सामान हैं सस्ते पाकिस्तान होजरी मैन्युफैक्चरर्स ऐंड एक्सपोर्ट्स असोसिएशन के चेयरमैन जावेद बिलवानी ने कहा कि टेक्सटाइल सेक्टर काफी हद तक भारत के केमिकल्स और डाई पर उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि भारत से कारोबार प्रतिबंधित किए जाने के बाद अब दुबई के रास्ते से भारत का सामान आ सकता है। इसकी वजह यह है कि भारतीय प्रॉडक्ट्स चीन और कोरिया के मुकाबले 15 से 20 फीसदी तक सस्ते हैं। ऑल पाकिस्तान टेक्सटाइल प्रॉसेसिंग मिल्स असोसिएशन के पूर्व चेयरमैन सलीम पारेख ने कहा कि भारत का सामान चीन और कोरियाई के सामानों के मुकाबले 30 से 35 प्रतिशत तक सस्ता होता है। इसके अलावा अन्य देशों के मुकाबले आने में वक्त भी कम लगता है। माल ढुलाई का खर्च भी अन्य देशों से कम रहता है। हालांकि इसके बाद भी पाकिस्तान के उद्योगों का कहना है कि भले ही नुकसान की स्थिति है, लेकिन वे देश के फैसले के साथ हैं।
दूसरे चैनल से भी आ सकता है भारतीय सामान उन्होंने कहा कि अब भी भारत की बनी आर्टिफिशल जूलरी, कॉस्मेटिक्स, साबुन, फेस वॉश आदि दूसरे चैनल से आ सकते हैं। दिलचस्प यह है कि पुलवामा में सीआरपीएफ के जवानों पर हमले के बाद भी पाकिस्तानी कारोबारियों ने भारत के सामानों का बहिष्कार किया था। इसके बावजूद पाकिस्तान के बाजार में भारतीय सामान आराम से बिक रहे थे।