भारत-पाक सीमा पर दो अलग-अलग दिन होगा रावण दहन
आरएसपुरा: यूं तो आपने एक ही शहर या कस्बे में कई जगह अलग–अलग रावण दहन काे देखा होगा लेकिन इस बार जम्मू में भारत–पाक सीमा से सटे एक कस्बे में दो अलग–अलग दिन रावण दहन पहली बार देखने को मिलने वाला है। अधर्म व धर्म की विजय की प्रतीक विजयदशमी पर देश भर में रावण दहन होता है। इस साल विजयदशमी को लेकर कुछ असमंजस होने के कारण कहीं वीरवार व कहीं शुक्रवार को रावण दहन हो रहा है लेकिन जम्मू में एक कस्बा ऐसा भी है जहां दोनों दिन रावण का दहन किया जाएगा।
आरएसपुरा में करीब तीन साल पहले दशहरा कमेटी के सदस्यों में आपसी मतभेद के चलते दूसरी कमेटी का जन्म हुआ। यह दोनों कमेटियां पिछले तीन सालों से अपने–अपने स्तर पर दहशरा कार्यक्रम आयोजित करती आ रही है लेकिन इस बार तो इन कमेटियों ने अलग–अलग दिन रावण दहन करने की घोषणा कर दी जिससे क्षेत्रवासी भी सकते है। जम्मू संभाग के अधिकतर क्षेत्रों में 18 अक्टूबर को विजयदशमी मनाई जा रही है। लेकिन आरएसपुरा की नई दंगल व दशहारा कमेटी की ओर से 18 तरीख को रावण दहन किया जा रहा है। दूसरा कार्यक्रम करीब चार दशक पुरानी कमेटी छिंज व दशहरा कमेटी की ओर से शुक्रवार को 19 तारीख को दशहरा मनाया जा रहा है। दंगल व दशहरा कमेटी की ओर बुधवार को चेयरमैन कर्ण भगत की आेर से पत्रकार वार्ता कर अपने कमेटी के कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी गई। भगत ने बताया कि उनकी कमेटी की ओर से वीरवार को देवेंद्र शर्मा ग्राउंड में रावण दहन का कार्यक्रम व इस अवसर पर दंगल का कार्यक्रम बाना सिंह मैदान में आयोजित होगा। उन्होंने बताया कि राज्य सहित देश के विभिन्न हिस्सों से पहलवान इस दंगल में भाग लेने पहुंचेंगे।
दूसरी ओर छिंज व दंगल कमेटी के चेयरमैन चांद छाबड़ा की ओर से बयान जारी कर बताया गया कि देश भर की तरह आरएसपुरा मुख्य कस्बे में 19 तारीख को दशहरे का कार्यक्रम उनकी कमेटी की ओर से रखा गया है। उन्होंने बताया कि उनकी कमेटी की ओर से भी रावण दहन सहित दशहरा दंगल का कार्यक्रम रखा गया है। दंगल का आयोजन बाना सिंह मैदान व रावण दहन का कार्यक्रम जट्ट सभा आरएसपुरा ग्राउंड में रखा गया है। इस बीच दशहरा के दो कार्यक्रमों को लेकर क्षेत्रवासियों में खासा रोष है। क्षेत्रवासियों के अनुसार एक ही कार्यक्रम आयोजित होना चाहिए।