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भगोड़े ‘स्वयंभू बाबा’ नित्यानंद की फरारी को लेकर विदेश मंत्रालय ने दुनिया भर में अपने दूतावासों और मिशनों को किया सतर्क

नई दिल्ली । बलात्कार और महिला उत्पीड़न का आरोपी ‘स्वयंभू बाबा’ नित्यानंद की फरारी को लेकर विदेश मंत्रालय ने दुनिया भर में अपने दूतावासों और मिशनों को सतर्क कर दिया है। वैसे विदेश मंत्रालय को अभी इस बात की पक्की जानकारी नहीं है कि नित्यानंद कब फरार हुआ है और अभी कहां है लेकिन मीडिया में आ रही खबरों को देखते हुए उक्त कदम उठाया गया है। उल्लेखनीय बात यह है कि अभी तक किसी भी एजेंसी ने विदेश मंत्रालय से नित्यानंद के प्रत्यर्पण को लेकर कोई आग्रह नहीं किया है।

फरारी को लेकर पक्‍की सूचना नहीं  विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने बताया कि नित्यानंद को लेकर हमारे पास जो सूचना है वह इतनी है कि किसी वेबसाइट के जरिए उन्होंने अलग देश बनाने की घोषणा की है। लेकिन हम उस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं देंगे क्योंकि वेबसाइट के जरिए देश नहीं बनता। लेकिन उनकी फरारी को लेकर हमारे पास कोई पक्की सूचना नहीं है। जहां तक उनके पासपोर्ट का सवाल है तो उसे काफी पहले ही रद्द कर दिया गया था। वर्ष 2008 में उनके नाम से पासपोर्ट बनाया गया था और लेकिन विदेश मंत्रालय को उनके खिलाफ जो सूचनाएं मिली थी उसके आधार पर उसे रद्द कर दिया गया था। नित्यानंद का पासपोर्ट की अवधि वर्ष 2018 तक की थी लेकिन उसके पहले ही रद्द कर दिया गया था। उन्होंने यह भी बताया कि नित्यानंद के प्रत्यर्पण को लेकर विदेश मंत्रालय को कोई भी आग्रह नहीं मिला है। इसके बावजूद दुनिया भर के हमारे दूतावासों को बता दिया गया है कि नित्यानंद के बारे में वहां की सरकारों को जानकारी दे दे कि वह किस तरह का अपराध करके भागे हुए हैं और उनकी तलाश भारतीय पुलिस को है।

इक्‍वाडोर ने नित्‍यानंद को लेकर जारी किया बयान  सनद रहे कि दो दिन पहले नित्यानंद ने एक वीडियो संदेश में यह बताया था कि उसने दक्षिण अमेरिका के पास किसी द्वीप में कैलाशा नाम से एक नया देश बनाया है। पहले यह बताया गया था कि यह द्वीप उसने इक्वाडोर से खरीदी है। लेकिन शुक्रवार को इक्वाडोर के भारत स्थित दूतावास की तरफ से जारी प्रेस विज्ञप्ति में इस बात को खारिज किया गया है कि नित्यानंद को उसने प्रश्रय दिया है या उसे इक्वाडोर के नजदीक या दूर कोई जमीन या द्वीप खरीदने में सहूलियत दी गई है। भगोड़े स्वयंभू भगवान नित्यानंद पर भारत में इक्वाडोर का दूतावास: हम जहां भी प्रकाशित हुए हैं, उस बयान का स्पष्ट रूप से खंडन करते हैं। बिदादी आश्रम में ही 2010 में नित्यानंद का पहला स्कैंडल सामने आया था। आपत्तिजनक हालत में एक अभिनेत्री के साथ उनका एक वीडियो वायरल हुआ था और उसके बाद वह करीब आठ साल तक अज्ञातवास में रहा। एक साल पहले वह नए अवतार में सामने आए थे। कत्‍थई  रंग और बाघ की खाल की मिलीजुली वेषभूषा में वह चेहरे पर दाढ़ी और मूछों के साथ सामने आया थे। उनके हाथ में त्रिशूल और गले में मनके की माला थी। अहमदाबाद स्थित ‘योगिनी सर्वज्ञपीठम’ आश्रम से दो लड़कियों के लापता होने के बाद पिछले महीने नित्यानंद के खिलाफ एफआइआर भी दर्ज की गई थी। उन पर अपहरण और चंदा वसूलने के लिए बच्चों को गलत तरीके से बंधक बनाकर रखने के आरोप लगाए गए थे। बताया जाता है कि नेपाल के रास्‍ते देश से फरार हो गया है। उसके बारे में यह जानकारी वेबसाइट से पता चली है।

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