Uttarakhand

बैंकिंग प्रोग्राम में एआई को क्यूरेट करने के लिए आईआईटी रुड़की ने विलीएनएक्सटी के साथ मिलाया हाथ

रुड़की।  भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) रुड़की ने भारत के अभिनव शिक्षण समाधान के लिए एशिया के सबसे पुराने तकनीकी संस्थानों में से एक विलीएनएक्सटी (WileyNXT) के साथ मिलकर बैंकिंग प्रोग्राम में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) शुरू करने की घोषणा की है। बैंकिंग में एआई भारत का अपनी तरह का पहला ऑनलाइन प्रोग्राम है जो मौजूदा प्रोग्राम के साथ-साथ हाल ही में ग्रेजुएट हुए ऐसे टेक्नोलॉजी और फाइनेंस प्रोफेशनल्स के लिए बनाया गया है, जो बैंकिंग सेक्टर में एनालिटिक्स और एआई में कैरियर बनाने की ख्वाहिश रखते हैं। 4 महीने का प्रोग्राम बैंकिंग सेक्टर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को लागू करने के लिए आईटी प्रोफेशनलों और ग्रेजुएट्स को प्रशिक्षित करने पर केंद्रित होगा।
      आईआईटी रुड़की के निदेशक प्रो. अजीत के चतुर्वेदी ने कहा कि, “आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में बैंकिंग को बदलने और कंपलाइंस में सुधार करने की क्षमता है। सुरक्षा और गोपनीयता की चिंताओं के साथ-साथ मौजूदा कोविड-19 संकट ने उभरती चुनौतियों से निपटने के लिए न्यू-एज स्किल्स का लाभ उठाने की आवश्यकता को प्रबल किया है। इस प्रोग्राम को लांच करने के लिए विलीएनएक्सटी (WileyNXT) के साथ आकार हमें प्रसन्नता हो रही है। यह प्रोग्राम बैंकिंग सेक्टर में भाग लेने वालों के लिए नए रास्ते खोलेगा। यह प्रोग्राम बैंकिंग और फाइनेंशियल डोमेन में एआई की भूमिका की गहन समझ देने के लिए शीर्ष बिजनेस लीडर्स द्वारा इंडस्ट्री इमर्शन क्लासेज को कवर करेगा। यह विलीएनएक्सटी (WileyNXT) और आईआईटी रुड़की से एक ज्वाइंट सर्टिफिकेशन भी प्रदान करेगा।
नेशनल बिजनेस रिसर्च इंस्टीट्यूट और नैरेटिव साइंस द्वारा किए गए संयुक्त शोध के अनुसार यह देखा गया है कि भारत में लगभग 32% फाइनेंशियल सर्विस प्रोवाइडर पहले से ही एआई टेक्नोलॉजी का उपयोग कर रहे हैं, जैसे कि प्रिडिक्टिव एनालिटिक्स, वॉयस रिकग्निशन। एसबीआई, एचडीएफसी, आईसीआईसीआई जैसे कुछ अग्रणी बैंकों ने अपने सिस्टम में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को अपनाया है। एक साथ आने के फैसले पर अपनी प्रतिकृया देते हुए विली इंडिया (Wiley India) के मैनेजिंग डायरेक्टर विकास गुप्ता ने कहा, “विलीएनएक्सटी (WileyNXT) उद्योग-व्यापी कौशल अंतर को कम करने के लिए प्रतिबद्ध है। बैंकिंग और फाइनेंस सेक्टर में प्रॉडक्ट के डेवलपमेंट और डिप्लॉइमंट में तेजी लाने के लिए ऑटोमेशन पर बहुत जोर दिया गया है। इसने डिजिटल रूप से सक्षम कार्यबल की मांग को बढ़ाया है। हमारे इनोवेटिव लर्निंग सोल्युशंस आधुनिक कार्यस्थल की मांगों को पूरा करने के लिए हैं। विलीएनएक्सटी व्यक्तियों को अपने कैरियर के शैक्षणिक और व्यावसायिक प्रभाव को बढ़ाने के लिए एक मंच प्रदान करता है। वर्तमान वैश्विक महामारी के कारण डिजिटल और वर्चुअल प्लेटफार्मों को अपनाने की ओर झुकाव देखा गया है। यहां तक कि बैंकिंग सेक्टर भी कांटैक्टलेस बैंकिंग की ओर बढ़ रहा है। यह वीडियो केवाईसी (नो योर कस्टमर), कांटैक्टलेस ऑथेन्टकैशन व पेमेंट, वर्चुअल कस्टमर सर्विसिंग और इमर्सिव बैंकिंग इक्स्पिरीअंस द्वारा ग्राहकों की डिजिटल ऑनबोर्डिंग जैसी प्रक्रियाओं को शामिल करेगा। इंटरैक्टिव बैंकिंग-कस्टमर इक्स्पिरीअंस विकसित करने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) जैसी तकनीकों का अत्यधिक उपयोग किया जाएगा। यह उन प्रोफेशनल्स और ग्रेजुएट्स के लिए एक अवसर की तरह है जो खुद को ट्रेंडिंग स्किल्स से जोड़ना चाहते हैं और अपने साथियों पर प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त रखने की इच्छा रखते हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button