अष्टधातु निर्मित रामजी की प्राचीन मूर्ति चोर ने की वापस
अयोध्या। चोर की आत्मा में परमात्मा जागे तो उसके रातों की नींद उड़ गई। आत्मा धिक्कारने लगी और चार दिन पूर्व भगवान राम की जो मूर्ति चुराई थी, उसे लौटाने चला गया। शुक्रवार की दोपहर में माधुरीकुंज मंदिर जाकर जेल पहुंचे इस चोर की कहानी क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है। गोंडा के इटियाथोक निवासी अजय शुक्ल ने बताया कि 27 मई को मंदिर के गर्भगृह में दिखी छोटी मूर्ति उसे अपनी पूजा के योग्य लगी और वह स्वयं को रोक नहीं सका। 27 मई को अपराह्न जब भगवान को शयन करा मंदिर के पुजारी आदि स्वयं शयन करने चले गए, उसी बीच उसने मंदिर का ताला तोड़कर मूर्ति चुरा ली। घर पहुंचने तक बखूबी चोरी अंजाम देने से वह उत्साह में था, मगर रात में आए सपनों ने उसे बेचैन कर दिया। सपने बराबर मूर्ति वापस करने का संकेत दे रहे थे। इन सपनों ने परेशान किया तो आत्मा धिक्कारने लगी। इससे प्रेरित होकर मूर्ति वापस करने मंदिर पहुंच गया। हालांकि, महंत ने चोर को पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस चोर की बताई कहानी की हकीकत जानने में लगी है। रामजन्मभूमि थानाध्यक्ष राकेशकुमार गुप्त के अनुसार मूर्ति तो बरामद हो गई है पर चोर से पूछताछ की जा रही है। समुचित तहकीकात के बाद ही अंतिम रूप से कुछ कहना संभव होगा।